मोदी सरकार के चार साल आज हुए पूरे

अपना सेटअप लगाकर लोगों ने शुरू किया छोटा व्यवसाय

Meerut। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना 2015 में शुरू हुई थी, जिसका सबसे ज्यादा फायदा युवाओं को हुआ। तब से अब तक मेरठ जनपद में लगभग 32 हजार लोग इस योजना में लोन लेकर अपने सपने साकार कर चुके हैं। सरकार की मंशा है कि अधिक से अधिक लोगों को मुद्रा लोन दिया जाए। इसी मंशा के मद्देनजर बैंकों की ओर से लगातार मुद्रा योजना के बारे में लोगों को जागरुक करने के लिए कैंप भी लगाए जा रहे हैं।

मुद्रा योजना के तहत स्कीमें

शिशु लोन - 0 से 50 हजार रुपये तक का लोन

किशोर लोन - 50001 से 5 लाख रुपये तक का लोन

तरूण लोन - 500001 से 10 लाख रुपये तक का लोन

मेरठ में मुद्रा योजना के तहत वर्ष 2016-17 में करीब 21 हजार लोगों को 150 करोड़ रूपये का लोन दिया गया।

मेरठ में 2017-18 में करीब 11 हजार लोगों को इस योजना के तहत करीब 300 करोड़ रूपये का लोन दिया गया।

मेरठ जनपद में लगभग 36 बैंक हैं, जिसमें करीब 50 प्रतिशत डिफाल्‌र्ट्स भी हैं।

मेरठ जनपद में एसबीआई बैंक की करीब 100 ब्रांच हैं।

शहरी ब्रांचों में रोजाना मुद्रा लोन के लिए करीब 15 से 20 लोग विजिट करते हैं।

ग्रामीण शाखाओं में 20 से 25 लोग लोन के लिए विजिट करते हैं।

सभी ब्रांचों को मिलाकर मंथली 200 से 250 लोगों को मुद्रा योजना के तहत लोन दिया जाता है।

पीएनबी की हर ब्रांच में 10 से 12 लोग इस लोन के लिए विजिट करते हैं।

महीने में 150 से 200 लोगों की फाइल इस लोन के लिए अप्रुव्ड होती है।

50 प्रतिशत लोगों को शिशु लोन मिला है।

30 प्रतिशत लोगों को किशोर लोन के तहत फायदा मिला है।

20 प्रतिशत लोगों को तरूण लोन दिया गया है।

केस- 1

पीएमएमवाई के तहत रोहित कुमार ने किशोर वर्ग में 2016 में 2 लाख रूपये का लोन लिया। इस फंड से उन्होंने शटल कॉक बनाने का काम शुरू किया। काम अच्छा चला तो अन्य लोगों को भी रोजगार दिया। मेरठ के साथ बाहर भी अब कॉक सप्लाई करते हैं। महीने में 50 से 60 हजार की अर्निग हैं।

केस- 2

शारदा रोड निवासी मनीष कुमार ने वीडियो एडिटिंग का कोर्स किया था। मुद्रा योजना के तहत पीएनबी से 3.5 लाख का लोन लिया है। अपना स्टार्टअप शुरू किया और आज बेहतर तरीके से स्टार्टअप रन कर रहे हैं। मनीष की मंथली इंकम 25 से 30 हजार रूपये के बीच है।

केस- 3

गौतम नगर निवासी सचिन बंसल ने 3डी व एनिमेशन आर्टिस्ट का सेटअप तैयार किया है। कोर्स करने के बाद उन्हें बेहतर जॉब नहीं मिल रही थी। बाद में सचिन ने किशोर वर्ग के तहत मुद्रा योजना के अंर्तगत 3 लाख का लोन लिया और अपना व्यवसाय शुरू कर दिया। सचिन महीने में 30 से 35 हजार रूपये कमा रहे हैं।

मुद्रा योजना के शुरू होने के समय काफी लोगों ने इससे लाभ लिया। सभी बैंक इसे प्रमोट करने के लिए कैंप भी लगा रहे हैं। इस योजना की खास बात यह है कि बिना किसी सिक्योरिटी या गांरटर के आसान प्रक्रिया से लोन दिया जा रहा है।

अविनाश तांती, लीड बैंक मैनेजर, सिंडिकेट बैंक

मुद्रा योजना के तहत लोगों को आसानी से कर्ज मिल गया। 50 प्रतिशत आवेदक बैंकों में मुद्रा योजना के तहत आते हैं। वास्तविक रूप से जरूरतमंद लोगों को इससे खुद को स्थापित करने का मौका भी मिला है।

एमएस सांगवान, रिटायर्ड बैंक अधिकारी

मुद्रा लोन के लिए हमारा फोकस ग्रामीण क्षेत्रों पर अधिक हैं। शहरी इलाकों में लगातार इसे प्रमोट करने के लिए हम कैंप लगा रह हैं।

मुकेश निगम, रीजनल मैनेजर, जोनल ब्रांच, एसबीआई

Posted By: Inextlive