समाजवादी पार्टी में लगातार चल रही उठा पटक के बाद मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश और रामगोपाल यादव को पार्टी से बाहर कर दिया। दो महीने पहले भी रामगोपाल को बाहर किया गया था लेकिन यह पहला मौका है जब अखिलेश को भी मुलायम ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। लगभग एक माह पहले ही रामगोपाल पार्टी में वापस आये थे।

कारण बताओ नोटिस भी जारी
इसके पहले आज शाम को ही मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। समाजवादी पार्टी में अब मुलायम सिंह के इस कदम से माना जा रहा है कि रार और बढ़ेगी। वहीं निकाले जाने के बाद मुख्यमंत्री आवास के बाहर जुटे अखिलेश समर्थकों ने हंगामा शुरूकर दिया है। भारी हंगामा चल रहा है। निकाले जाने की बाद पता चलते ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने आवास पांच कालीदास मार्ग पर प्रेस कांफ्रेंस बुलाई है। थोडी देर में प्रेस कांफ्रेंस करेंगे।

अनुशासनहीनता की मिली सजा

प्रेसवार्ता के दौरान मुलायम सिंह काफी गुस्से में थे उन्होंने कहा कि अनुशासन हीनता के चलते अखिलेश यादव को पार्टी से निकाला गया। मेरा लक्ष्य किसी को सजा देना नहीं, खून पसीने से बनाई गई पार्टी को बचाना है। राम गोपाल और अखिलेश मिलकर पार्टी को बर्बाद कर रहे हैं, इसी लिए कड़ी कार्रवाई की। सीएम अखिलेश यादव छह साल के लिए पार्टी से निकाले गए। गलती स्वीकार करने पर पार्टी में वापस लिया था। गलती स्वीकार करने पर पार्टी में वापस लिया था। रामगोपाल यादव को पार्टी से 6 साल के लिए निकाला। राष्ट्रीय अध्यक्ष के अलावा कोई सम्मेलन नहीं बुला सकता। राष्ट्रीय अधिवेशन असवैधानिक।
पिछले कई दिनों से तकरार जारी
अखिलेश यादव के पार्टी के 235 प्रत्याशियों की सूची जारी करने के मामले को मुलायम सिंह यादव ने बेहद गंभीरता से लिया है। उनके इस कृत्य को मुलायम सिंह यादव ने घोर अनुशासनहीनता माना है। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के मुखिया ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव के भी कृत्य को भी बेहद गंभीर अनुशासनहीनता की श्रेणी में रखा है। प्रोफेसर राम गोपाल पार्टी के सदस्यों के बीच एक जनवरी को लखनऊ में पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाने का संदेश प्रेषित किया है। माना जा रहा है कि पार्टी अखिलेश तथा राम गोपाल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का मन बना चुकी है।
मुलायम सिंह यादव ने राम गोपाल को लखनऊ बुलाया
माना जा रहा है कि राम गोपाल के इस कथन को कि अखिलेश यादव पार्टी के प्रत्याशियों की जो सूची देंगे वह मैं जारी करूंगा तथा अखिलेश यादव तो मुलायम सिंह यादव से बेहतर सरकार तथा पार्टी को चलाएंगे को मुलायम सिंह यादव ने बेहद गंभीरता से लिया है। उनके बयान से मुलायम सिंह बेहद खफा हैं। आज भी शिवपाल तथा बेनी प्रसाद वर्मा के साथ बैठक में रामगोपाल का बयान बैठक में छाया रहा।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari