बाॅलीवुड रैपर बादशाह को सोशल मीडिया पर फेक फाॅलोवर्स रखना महंगा पड़ गया। मुंबई क्राइम ब्रांच ने बादशाह को समन भेजा है। पुलिस इस मामले पर पूछताछ करेगी।

मुंबई (एएनआई)। मुंबई क्राइम ब्रांच की क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट (CIU) ने 20 अगस्त को सोशल मीडिया फर्जी फॉलोअर्स रैकेट केस के सिलसिले में रैपर बादशाह को तलब किया है। अपराध शाखा द्वारा भेजे गए समन में लिखा है, 'जांच के दौरान, यह पता चला है कि आरोपी व्यक्ति विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अर्थात इंस्टाग्राम, फेसबुक, यूट्यूब, आदि पर नकली पहचान बनाने का रैकेट चलाते हैं और इस तरह फर्जी अनुयायी, नकली टिप्पणी, नकली आँकड़े बनाते हैं।'

जांच में सहयोग नहीं देने का आरोप
बादशाह को भेजे गए समन में उन पर जांच में सहयोग ने देने का भी आरोप लगा है। समन में लिखा है, 'आप मामले के कुछ तथ्यों से परिचित हैं, और जबकि यह मानने के कारण हैं कि आप बार-बार भाग नहीं लेने के कारण चल रही जांच को पटरी से उतारने का प्रयास कर रहे हैं। आपके पहले के बयानों और तथ्यात्मक परिस्थितियों में, और आप कुछ भौतिक तथ्यों को दबा रहे हैं, और, जबकि इस संबंध में चल रही जांच में अपने आगे के बयान को रिकॉर्ड करना आवश्यक है।'

पैसे देकर गाने में बढ़वाते थे लाइक्स
बादशाह को 20 अगस्त को सुबह 11:30 बजे क्राइम ब्रांच ऑफिस में उपस्थित होना पड़ेगा, नहीं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले के संबंध में पूछताछ के लिए 7 जुलाई को बादशाह को मुंबई में अपराध शाखा कार्यालय बुलाया गया था। बादशाह पर आरोप है कि उन्होंने फेक फाॅलोवर्स के जरिए अपने गाने में लाइक्स बढ़वाए। कथित तौर पर, बादशाह के गीतों में से एक - "पागल है" - को एक दिन में 75 मिलियन बार देखा गया लेकिन Google ने इस दावे को खारिज कर दिया। बादशाह द्वारा किए गए इस दावे को अपराध शाखा सत्यापित करना चाहती है।

मांगी गई फाॅलोवर्स की लिस्ट
क्राइम ब्रांच ने बादशाह से फाॅलोवर्स की सूची मांगी है। इसने शिकायतकर्ताओं में से एक, कोएना मित्रा का बयान दर्ज किया है। कुल मिलाकर, अपराध शाखा ने अब तक मामले में 20 लोगों से पूछताछ की है। गृह मंत्री ने पहले मुंबई पुलिस को नकली फाॅलोवर्स के मामले में सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari