मुंबई लोकल में 11 जुलाई 2006 को हुए सीरियल बम ब्लास्ट मामले में कोर्ट आज फैसला सुना सकती है। शुक्रवार को कोर्ट ने 12 आरोपियों को दोषी करार दिया था। कोर्ट में सजा पर आज बहस है। अगर बहस पूरी हो जाती है तो फिर दोपहर बाद फैसला सुनाया जा सकता है। केस का ट्रायल स्पेशल जज वाई डी शिंदे की अदालत में हुआ था इस मामले में 13 को आरोपी बनाया था जिसमें 12 को कोर्ट ने दोषी करार दिया था। बता दें कि नौ साल पहले हुए सीरियल ब्‍लास्‍ट में 184 पैसेंजर की मौत व 189 घायल हुए थे।


यह है गुनहगारदोषियों में एहतेशाम सिद्दीकी, कमाल अंसारी, फैजल शेख, तनवीर अहमद अंसारी, मोहम्मद माजिद शफी, शेख आलम शेख, मोहम्मद साजिद अंसारी, मुजम्मिल शेख, सोहेल महमूद शेख, जमीर अहमद शेख, नवेद हुसैन खान, आसिफ खान है। कोर्ट ने सिर्फ एक आरोपी को बरी किया है। वहीं लोकल ट्रेन में बम रखने के मुख्य साजिशकर्ता डॉ। तनवीर अंसारी, आसिफ खान, बशीर खान और मो। अली शेख है। मुंबई एटीएस इन दोषियों के लिए फांसी की सजा मांग सकती है।बहावलपुर में रची थी साजिशबता दें कि नौ साल पहले 11 जुलाई 2006 को मुंबई की लोकल ट्रेन में सिलसिलेवार धमाके हुए थे। यह धमाके प्रेशर कुकर बम से कराए गए थे। पुलिस के मुताबिक मार्च 2006 में लश्कर-ए-तैयबा के आज़म चीमा ने अपने बहावलपुर स्थित घर में सिमी और लश्कर के दो गुटों के मुखियाओं के साथ इन धमाकों की साजिश रची थी।
सांता क्रूज़ से खरीदे गए थे कुकर


पुलिस का कहना है कि मई 2006 में बहावलपुर के ट्रेनिंग कैंप में 50 युवकों को भेजा गया। उन्हें बम बनाने और बंदूकें चलाने का प्रशिक्षण दिया गया। पुलिस के मुताबिक, धमाके की जांच में यह बात भी सामने आई थी कि 20 किलोग्राम आरडीएक्स गुजरात में कांडला के रास्ते भारत भेजा गया था। जबकि मुंबई से भारी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट खरीदा गया था। आठ प्रेशर कुकर सांता क्रूज़ में दो अलग-अलग दुकानों से ख़रीदे गए थे।सीरियल ब्लास्ट पर एक नजर--मुंबई में वेस्टर्न सबअर्बन इलाके में लोकल ट्रेन के सात कोचों में सिलसिलेवार धमाके हुए थे। सभी धमाके प्रेशर कूकर में विस्फोट रखकर करवाए गए थे।-ब्लास्ट शाम छह बजकर 24 मिनट से लेकर 6 बजकर 35 मिनट के बीच हुए। इस वक्त लोकल ट्रेन पूरी पैक रहती है।इस आतंकी वारदात में 189 पैसेंजर्स की मौत व 824 पैसेंजर्स घायल हुए थे।-एंटी टेररिज्म स्क्वैड ने 20 जुलाई 2006 से 3 अक्टूबर 2006 के बीच आरोपियों को गिरफ्तार किया।-चार्जशीट में 30 आरोपी बनाए गए। इनमें से 13 की पहचान पाकिस्तानी नागरिकों के तौर पर हुई हुई है। शेष 17 भारतीय हैं। इन 17 में से 4 की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है।-सभी आरोपी सिमी के संदिग्ध आतंकी थे। ट्रायल पिछले साल अगस्त में खत्म हुआ था। प्रॉसिक्यूशन ने 192 गवाहों को एग्जामिन किया। डिफेंस लॉयर ने 51 गवाहों को एग्जामिन किया था।

Posted By: Inextlive