कूड़ा फैलाने को तो जन्मसिद्ध अधिकार मान बैठे हैं
प्वॉइंट टू बी नोटेड
600 से 700 मीट्रिक टन प्रतिदिन निकलता है कूड़ा 62 वार्ड में डोर डू डोर कूड़ा कलेक्शन का है दावा इसके बावजूद मोहल्ले की गलियों में दिखाई देता है कूड़ा 37 रैंकिंग है फिलहाल स्वच्छता एप डाउनलोडिंग में -सड़कों पर फैला रहता है कूड़ा, नहीं होती है सफाई -दिया जा रहा है नोटिस फिर भी सुधरने का नाम नहीं लेते ALLAHABAD@inext। Allahabad: स्वच्छ भारत अभियान का कितना पालन हो रहा है इसे देखना है तो शहर की गलियों में निकल जाइए। हालत देखकर लगता है कि लोगों को रोक-टोक व कार्रवाई का डर नहीं है। लोग धड़ल्ले से सड़कों पर कूड़ा फेंक देते हैं। ऐसे लोगों की आदतों से प्रशासन भी त्रस्त हो चुका है। भेजी जा रही है नोटिसशहर में कूड़ा कलेक्शन का ठेका हरी-भरी कंपनी को दिया गया है। कर्मचारी सुबह-शाम घरों के बाहर से कूड़ा इकट्ठा करते हैं। कई बार देखा जाता है कि घरों से कूड़ा डस्टबिन में डालने के बजाय सीधे सड़क पर फेंका जा रहा है। इस पर लोगों को सीधे नोटिस थमाया जाता है। जानकारी के मुताबिक हरी-भरी ने अभी तक सात हजार लोगों को नोटिस थमाया है। फिर भी लोग सुधरने का नाम नहीं लेते हैं।
कूड़ा पैदा करने में आगे है शहररोजाना कूड़ा पैदा करने में शहर काफी आगे हैं। जानकारी के मुताबिक प्रतिदिन 600 से 700 मीट्रिक टन कूड़ा एकत्र किया जाता है। इसे विभिन्न साधनों से प्लांट भिजवाया जाता है। इसे दुर्भाग्य कहेंगे कि इतना कूड़ा एकत्र करने के बावजूद कुछ घंटों के भीतर पुन: सड़कों और गलियों में कूड़े का अंबार लगा रहता है। लोग डस्टबिन में डालने के बजाय सड़क किनारे स्टोर कर देते हैं। बाद में इस कूड़े को आवारा जानवर इधर-उधर फैलाने से जरा भी बाज नहीं आते।
नहीं अपना रहे स्वच्छता आलम यह है कि शहर स्वच्छता ऐप डाउनलोडिंग में भी बहुत आगे नहीं है। तमाम जागरुकता अभियानों के बावजूद अभी भी देशभर में इलाहाबाद सिर्फ 37वें नंबर तक ही पहुंचा है। इससे साबित होता है कि शहर के लोग सफाई को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। कॉलिंग देश के पीएम खुद सड़कों पर झाड़ू लगाकर लोगों को जागरुक कर रहे हैं। फिर भी लोगों की नींद नहीं खुल रही है। इधर-उधर कूड़ा फेंकने से लोगों को बचना चाहिए। -नवीन सोंधी, दवा व्यापारीमैं अगर किसी को कूड़ा फैलाते देखती हूं तो रोक देती हूं। अगर एक आदमी गलती करता है तो उसके पीछे से दूसरे भी इस रास्ते पर चल पड़ते हैं। यह गलत आदत है।
-रीमा जायसवाल, स्टूडेंट साफ सफाई एक बड़ा इश्यू है। इस ओर लोगों को ध्यान देना चाहिए। अगर हम चाह लें तो शहर को साफ-सुथरा रख सकते हैं। ऐसा करने में हम सभी का फायदा है। -डॉ। बीके कश्यप, आयुर्वेदाचार्य हमारी ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है। जो लोग शहर में गंदगी फैला रहे हैं उनको हरी भरी के जरिए नोटिस भिजवाया जा रहा है। लोगों को बैनर-पोस्टर और पम्फलेट के जरिए भी जागरुक किया जा रहा है। -हरिकेश चौरसिया, नगर आयुक्त, इलाहाबाद