-हड़ताल वापसी को लेकर कर्मचारी हुए दो फाड़

-कर्मचारी संघ के चुनाव टालने के लिए किया गया आंदोलन

हड़ताल वापस लेने पर कुछ कर्मचारियों ने उठाए सवाल

Meerut: नगर निगम सफाई कर्मियों की हड़ताल ने कर्मचारियों को दो फाड़ कर दिया है। हड़ताल वापस होने पर कर्मचारियों में विरोध के सुर उठ खड़े हुए हैं। विरोधी कर्मचारियों का आरोप है कि पिछले छह सालों से संगठन के कर्मचारी अवैध रूप से पदों को कब्जाए बैठे हैं। अब जबकि कर्मचारियों में संगठन के चुनाव को लेकर सुर उठने शुरू हो गए थे। कुछ संगठन के नेताओं ने हड़ताल का शिगूफा छोड़कर कर्मचारियों का माइंड हटाने का प्रयास किया था।

हड़ताल में घुसे डिफाल्टर लोग

सफाई कर्मचारी संघर्ष समिति के संयोजक टीसी मनोठिया का कहना है कि हड़ताल बिल्कुल सही रूप से चल रही थी। प्रशासन दबाव में आ चुका था। लेकिन लास्ट मौके पर हड़ताल से जुड़े कुछ डिफाल्टर लोगों ने आंदोलन को कमजोर करने का काम किया। कर्मचारी नेता ने बताया कि ये डिफाल्टर कर्मचारी प्रशासन की गोद में जाकर बैठ गए और बिना आधार के ही हड़ताल वापस करा दी। वहीं दूसरी ओर छह साल बाद होने जा रही सफाई मजदूर संघ के चुनावों को टालने के लिए हड़ताल के माध्यम से कर्मचारियों का माइंड हटाने का प्रयास किया गया।

हड़ताल पूरी तरह से सफल रही है। वेतन वृद्धि के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। बर्खास्त कर्मचारियों की वापसी जल्द हो जाएगी। चुनाव टालने के लिए हड़ताल करने के आरोप निराधार हैं। हमें समस्त सफाई कर्मचारियों के साथ पूरे वाल्मीकि समाज का समर्थन मिला है।

-कैलाश चंदौला, महामंत्री सफाई मजदूर संघ

Posted By: Inextlive