बेखौफ अपराधियों ने जमीन कारोबारी को दिन-दहाड़े भूना
तुपुदाना में बुलेट से जा रहे राजेश को मारी दस गोली, मौके पर ही मौत
दो बाइक से आये थे चार हत्यारे, ओवरटेक कर चलायी गोलियां RANCHI (22 July) : साइबर क्राइम, चोरी, छिनतई जैसी वारदातों से रांची संभल भी नहीं पाई थी कि दिन-दहाड़े एक जमीन कारोबारी की हत्या से सिटी में दहशत तारी हो गया। शनिवार को तुपुदाना में राजेश तिर्की (ब्0 वर्ष) को दो बाइक पर सवार चार लोगों ने दस गोलियां मारीं, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गयी। राजेश एएस कंस्ट्रक्शन कंपनी के संचालन करते थे। इसके साथ ही वे रावण दहन समिति, तुपुदाना व सरना समाज बेरमाद के सदस्य भी थे। सिंह मोड़ से घर लौट रहे थे राजेशराजेश तिर्की दिन के साढ़े तीन बजे सिंह मोड़ से बालसिरिंग स्थित अपने घर लौट रहे। वे बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार थे। इसी क्रम में दो बाइक पर सवार चार अपराधियों ने उनकी बुलेट को ओवरटेक कर रोका और गोलियां बरसा दीं। हत्या के बाद अपराधी तुपुदाना की ओर भाग निकले। राजेश तिर्की को कुल क्0 गोलियां लगी है, जिनमें सिर में तीन, आंख में एक, एक आंख के ऊपर, दो दाहिने हाथ व तीन बाएं हाथ में लगी है। वहीं, उनके सिर पर तेज हथियार (टांगी या तलवार) से हमले के सबूत भी मिले हैं। रिम्स पहुंचे एसपी सिटी अमन कुमार, डीएसपी हटिया विकास कुमार पांडेय, तुपुदाना ओपी प्रभारी रामदेव राम रवि ने मृतक के परिजन से पूछताछ की। एसपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह लग रहा है कि घटना के पीछे व्यक्तिगत दुश्मनी हो सकती है, क्योंकि अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई हैं। पुलिस अपराधियों की तलाश में जुटी हुई है।
पिता आरपीएफ पटना में हैं कार्यरत राजेश तिर्की मूल रूप से रांची जिले के ही राहे ओपी क्षेत्र के सारूगढ़ी के निवासी थे। उनके पिता लखीराम लोहरा उर्फ लखी नारायण लोहरा आरपीएफ में हैं और वर्तमान में पटना में पदस्थापित हैं। राजेश की पत्नी प्रीति तिर्की, बेटी सुरभी तिर्की (कक्षा आठ, सेक्रेट हर्ट स्कूल तुपुदाना) व बेटा अनुज तिर्की (कक्षा तीन, संत चार्ल्स स्कूल) के साथ रहते थे। बाक्स साढ़े सात घंटे में बिजनेस से मौत तक का सफर - सुबह आठ बजे घर से निकले - साथी राजेश के तुपुदाना स्थित घर पर बुलेट पार्क की। - दोनों एक स्कॉर्पियो से मोरहाबादी गए, रिश्तेदार धनंजय मुंडा से मिले। - मोरहाबादी से निकल कर दोनों बेड़ो के लिए रवाना हुए, रास्ते से अपने दोस्त प्रमोद को भी उठा लिया।- बेड़ो में एक व्यक्ति से मिले, जिसे राजेश और प्रमोद नहीं जानते थे।
- बेड़ो में एक जमीन देखी और वापस रांची लौटे। -प्रमोद स्कॉर्पियो से पुंदाग में ही उतर गए। - राजेश तिर्की व राजेश चौधरी सिंहमोड़ आ गए। - स्कॉर्पियो से उतरने के बाद राजेश अपनी बुलेट से घर के लिए रवाना हुए। - फ्.ब्भ् बजे अपराधियों ने पीछा कर गोली मार दी। - गोली चलने की जानकारी मिलने के बाद राजेश चौधरी रिम्स पहुंचे।