गर्मी बढऩे के साथ ही बिजली की मांग बढ़ी. लोड बढऩे पर तार टूटने व जलने की समस्या बढ़ी रेगुलर पावर सप्लाई बाधित.1-2 किलोवाट का कनेक्शन सिर्फ पंखा व बल्ब के लिए. 3 किलोवाट से ज्यादा का कनेक्शन लेना होगा एसी के लिए. 4 किलोवाट लोड के कनेक्शन वालों को लो वोल्टेज की हो रही समस्या


रांची(ब्यूरो)। सिटी में बिजली विभाग की आंखों में उपभोक्ता धूल झोंक रहे हैं। अधिक लोड पर कम क्षमता का कनेक्शन लेकर ये लोग मनमानी कर रहे हैं। इसका असर उन लोगों के ऊपर भी पड़ रहा है, जिन्होंने चार किलोवाट का कनेक्शन लिया है, लेकिन वोल्टेज लो होने के कारण एसी नहीं चल पा रही है। विभाग को भी हर माह लाखों की चपत लग रही है। दावों के बाद भी विभाग बिजली चोरों पर अंकुश नहीं लगा पा रहा। कुछ लोग जहां अवैध तरीके से बिजली उपभोग कर रहे हैं। वहीं हजारों उपभोक्ता विभाग के लिए चुनौती बन रहे हैं। हजारों उपभोक्ता दशकों पुराने लोड पर नई सेवाएं ले रहे हैं। दो-तीन किलोवाट के कनेक्शन धारक सैकड़ों उपभोक्ता जेट, पंखा, फ्रिज कूलर ही नहीं, एसी का भी धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे हैं।ज्यादातर कनेक्शन 1-2 किलोवाट के


रांची के शहरी क्षेत्र में अधिकतर उपभोक्ताओं के कनेक्शन एक से दो किलोवाट के हैं, मगर गर्मी बढऩे के साथ घरों में एसी की संख्या बढ़ गई है। इस कारण ट्रांसफार्मर पर लोड बढ़ रहा है। शहर में करीब 200 से अधिक ट्रांसफार्मर ओवर लोड हैं। उपभोक्ताओं के लोड न बढ़ाने से विभाग की ओर से विभागीय आंकड़ों के अनुसार ही ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं। इससे ओवर लोड की समस्या आ रही है।क्या है व्यवस्था विभाग की ओर एक किलोवाट का कनेक्शन सिर्फ बिजली व पंखा के लिए स्वीकृत किया जाता है। उपभोक्ता यदि कूलर आदि का प्रयोग करता और पंप आदि चलता है, तो उसके लिए दो किलोवाट तक का कनेक्शन मान्य है। एसी के लिए कम से कम 3 किलोवाट से अधिक का कनेक्शन होना चाहिए। एक टन के एसी पर 3.5 किलोवाट का लोड आता है।लो-वोल्टेज बनी समस्याविभाग इसे लोकल फोल्ट बता रहा है। वहीं इधर, शहर में बढ़ती गर्मी और उमस के साथ लो-वोल्टेज की समस्या ने लोगों को परेशान कर रखा है। लो-वोल्टेज के कारण मोटर नहीं चल पा रहा है, जिससे पानी की भी समस्या पैदा हो जा रही है। शहर की घनी आबादी वाले क्षेत्र कडरू, हिंदपीढ़ी, केतारी बगान, चुटिया, मौलाना आजाद बस्ती कांटाटोली, डोरंडा मनीटोला, सिरमटोली चौक, जगन्नाथपुर, बरियातू हाउसिंग कालोनी, हरमू करम चौक, विद्यानगर समेत आसपास के क्षेत्रों में लो-वोल्टेज के मामले सामने आ रहे हैं।घर के लोड का सर्वे जरूरी

विभाग राजधानी में लो-वोल्टेज की समस्या का कारण लोड से ज्यादा बिजली की खपत मान रहा है। विभाग के महाप्रबंधक पीके श्रीवास्तव ने बताया कि लोग बिना सूचना के कनेक्शन का लोड बढ़ाए डेढ़ से दो टन के एसी का उपयोग कर रहे हैं। जल्द ही लोड से संबंधित सर्वे घर-घर किया जाएगा। कार्रवाई भी की जाएगी। राजधानी के आसपास के क्षेत्रों में बिजली कट की समस्या जारी है। छोटे औद्योगिक क्षेत्र बिजली कटौती से हलकान हैं। नामकुम, अनगड़ा, बेड़ो, राहे, मांडर, ओरमांझी, टाटीसिलवे, तुपुदाना, कांके समेत आसपास के क्षेत्रों में परेशानी जारी है। वहीं इंटरनेट कैफे, फोटो कापी, स्टेशनरी, राशन की दुकानों को भी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।ऐसे हो रही है परेशानी

लोग जब नया घर बनाते हैं तो घर बनाने के समय बिजली का जब कनेक्शन लेते हैं तो 1 किलोवाट या 2 किलोवाट का कनेक्शन लेते हैं। शुरुआत में घरों में पंखा और बिजली का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन जैसे ही गर्मी बढ़ती है लोग घरों में एसी और कूलर खरीद लेते हैं और 2 किलोवाट के कनेक्शन पर दो-दो एसी चलाने लगते हैं। इस कारण दूसरे घरों में जिन्होंने 4 किलोवॉट का कनेक्शन लिया है उनके घर का वोल्टेज लो हो जाता है, क्योंकि बिजली विभाग द्वारा ट्रांसफार्मर का लोड उसी अनुसार तय किया जाता है, जितने किलोवाट का कनेक्शन लोगों ने ले रखा है। लोड अधिक हो जाता है जिसके कारण वोल्टेज भी लो हो जाता है और तार उड़ जाता है ट्रांसफार्मर जल जाता है।

रांची में घरों के कनेक्शन लोड का सर्वे जल्द ही शुरू किया जाएगा। कई इलाकों में यह कार्य चल भी रहा है। जिन लोगों ने जीतने वाट का कनेक्शन लिया है उनको उतना ही बिजली इस्तेमाल करना है। अधिक इस्तेमाल करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। अगर लोग चाहते हैं तो अपने घर का लोड बढ़ा भी सकते हैं।-प्रभात कुमार श्रीवास्तव, जीएम, रांची एरिया बोर्ड

Posted By: Inextlive