-नगर निगम ने पब्लिक से मांगा सुझाव

-फेसबुक, व्हाट्सअ, ट्वीटर पर दे सकते हैं जानकारी

-लेख और ब्लॉग भी कर सकते हैं शेयर

ALLAHABAD: इलाहाबाद ऐसे स्मार्ट सिटी नहीं बनेगा। यहां पर ये होना चाहिए, वहां पर ये होना चाहिए। इन्हें क्या पता कि शहर कैसे बनेगा स्मार्ट, हमसे पूछते तो हम बताते तरीका चाय-पान की दुकान पर जब स्मार्ट सिटी पर चर्चा होती है तो लोग तरह-तरह के सुझाव और सलाह देते हैं। सिस्टम को नकारा भी बताते हैं। लेकिन, अब केवल इससे काम नहीं चलेगा। अगर आप अपने इलाहाबाद को स्मार्ट बनाना चाहते हैं और अपना योगदान देना चाहते तो आप बेहतर सुझाव, लेख, ब्लॉग आदि के जरिये नगर निगम की मदद कर सकते हैं। इसके लिए नगर निगम के फेसबुक पेज पर, ट्वीटर पर, व्हट्स अप पर या फिर ईमेल आईडी पर मेल करना होगा।

पब्लिक दे सुझाव हम करेंगे काम

नगर निगम एडमिनिस्ट्रेशन ने वर्चुअल दुनिया में इलाहाबादियों से इलाहाबाद डेवलप करने में मदद की अपील की है। जिसके लिए निगम के फेसबुक पेज, ट्वीटर हैंडिल, व्हाट्स अप और ई-मेल आईडी पर सुझाव मांगा गया है। जिसके बाद पब्लिक ने सुझाव देना भी शुरू कर दिया है। 13 अक्टूबर को इलाहाबाद नगर निगम के फेसबुक पेज पर अपडेट कर इलाहाबाद को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए सुझाव मांगा जिसके बाद सुझाव देने का सिलसिला शुरू हो गया है। नगर निगम के पेज पर आ रहे हैं कुछ इस तरह के सुझाव

सबसे पहले फाफामऊ पुल से एमएनएनआईटी की रोड चौड़ी करवाईये। हमेशा जाम लगा रहता है। यही नहीं सिटी में साइकिल ट्रैक बनाना चाहिए।

आनंद मिश्रा

पहले रोड्स की सफाई हो, चौड़ी रोड और उससे भी पहले नालों की सफाई कराई जाए। जब रास्ते और सराउण्डिंग एरिया हेल्दी होगा तो हम स्मार्ट सिटी प्लान कर पाएंगे। ए हेल्दी माइंड लिव्स इन ए हेल्दी बॉडी। यही सही स्टार्टिग होगी हमारे इलाहाबाद को स्मार्ट बनाने की।

प्रज्ञा त्रिपाठी

सभी मोहल्लों में डस्टबिन की व्यवस्था कीजिए। नगर निगम कहता है कचरा सड़क पर मत फेंकिए, लेकिन हर जगह डस्टबीन अवेलेबल नहीं है, ऐसे में पब्लिक कचरा आखिर कहां फेंके।

शक्ति प्रताप सिंह

डोर टू डोर कलेक्शन के सम्बंध में सुझाव:

1. हर घर पर शीघ्र टैग लगाया जाए, ताकि कर्मचारी की उपस्थिति दर्ज की जा सके।

2. यूजर चार्ज गृह कर के साथ ही जमा कर लिया जाए, ताकि हर माह कलेक्शन का झंझट न हो और न ये रहे कि कोई गृह स्वामी यूजर चार्ज दे रहा है कोई नहीं दे रहा है।

3. चाय-चाट, खोमचे और फुटपाथ पर लगी दुकानों से भी यूजर चार्ज लिया जाए और इनसे शाम को 6-9 के बीच कूड़ा कलेक्ट किया जाए।

4. कूड़ा कलेक्ट सफाई कर्मचारी के नियमित आने के बावजूद भी कोई व्यक्ति- दुकानदार कूड़ा सड़कों या गलियों में फेंकता है तो अर्थ दंड लगाया जाए।

अजय सिंह

सड़कों पर गोबर दिन भर पड़ा रहता है। डोर टू डोर सूअर गंदगी करते हैं। सफाई कर्मचारी सफाई करने से मना करता है। कहता है कि ये मेरा काम नहीं है। दो-तीन दिनों तक सफाई नहीं होती। ऐसे में कैसे अपना सिटी स्मार्ट सिटी बनेगा।

शशि पांडेय

यहां दे सकते हैं, अपना सुझाव, जानकारी

फेसबुक पेज-

https://www.facebook.com/nagarnigamALLAHABAD

ट्वीटर- @alldnagarnigam

ईमेल-एड्रेस- itofficer.mca@gmail.com

व्हाट्सअप नंबर- 91-7408422370

स्मार्ट सिटी अभियान से पब्लिक को जोड़ने और पब्लिक की समस्याओं को जानने के लिए ही उनसे सुझाव मांगा गया है, जिसने काम करना शुरू कर दिया है। लोगों का सुझाव आने लगा हे।

मणिशंकर त्रिपाठी

आईटी ऑफिसर, नगर निगम, इलाहाबाद

Posted By: Inextlive