नसीरुद्दीन शाह फाइनली बने लेखक, जानिए इस बार क्या होगा उनकी लेखनी में खास
कुछ ऐसा कहते हैं शाह
इस बाबत नसीरुद्दीन शाह कहते हैं कि ऐसी बहुत-सी ढेर सारी बातें हैं, जो वह फिल्मोद्योग के बारे में कहना चाहते हैं, उसे लोगों के सामने लाना चाहते हैं. वह इसे शायद थर्ड पर्सन में लिख सकते हैं. 65 वर्ष की उम्र पूरी कर चुके नसीरुद्दीन कहते हैं कि उन्होंने कभी इस बारे में नहीं सोचा था कि उनके संस्मरण के पहले भाग को इतनी जबरदस्त सराहना मिलेगी.
भारतीय समीक्षकों का मिला साथ
आगे बढ़ते हुए उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने कभी सोचा कि वे एक कलाकार के लेखन की कोशिश को लेकर पूरी तरह सशंकित होंगे. उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि देश में उनकी किताब की जितनी बिक्री हुई है, उतनी शायद ही होगी. इसके अलावा या फिर भारतीय समीक्षक इस ओर इस कदर नजर-ए-इनायत करेंगे.
स्कूल के समय से ही थी महारथ
वह कहते हैं कि वह जानते थे कि जिन लोगों ने उनके ट्विटर अकाउंट पर लिखे लेख को पढ़ा है, उन्हें यह (संस्मरण) जरूर पसंद आएगा. स्कूल के दिनों से ही सही वाक्य संरचना व निबंध लिखने में उनका हाथ काफी सधा हुआ रहा है. हालांकि, कक्षा में वह अन्य सभी विषयों में कमजोर हुआ करते थे. इसके बावजूद उनके अंग्रेजी के लेख व निबंध हमेशा ही सर्वश्रेष्ठ चुने जाते थे. उन्होंने बताया कि उनके लेख स्कूल की पत्रिका के लिए भी चुने गए थे. वहां से ही उन्होंने मन बना लिया था आगे भी लिखते रहने के क्रम को जारी रखने का.