मंगलवार से महाराष्‍ट्र की तीर्थ नगरी नासिक व त्रयंबकेश्‍वर में इस साल के सिंहस्‍थ कुंभ शुरू मेला शुरू हो गया है। पौराणिक मान्‍याताओं के अनुसार सिंह राशि में सूर्य के प्रवेश के साथ ही से मेला शुरू हो जाता है। सोमवार को कुंभ को लेकर ध्‍वजारोहण किया गया। इस मौके की पूर्व संध्‍या पर नासिक में भव्‍य शोभायात्रा निकाली गई। इसके साथ ही भव्‍य गंगा आरती का भी आयोजन किया गया। वहीं मंलवार को मेले की औपचारिक शुरुआत गृहमंत्री राजनाथ सिंह की ओर से विशेष पूजा अर्चना कर की गई।

इन तारीखों पर होंगे शाही स्नान
बता दें कि शाही स्नान नासिक में 29 अगस्त, 13 सितंबर और 18 सितंबर को होगा। वहीं त्रयम्बकेश्वर में 29 अगस्त, 13 सितंबर और 25 सितंबर को शाही स्नान होगा। इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को देखते हुए सुरक्षा के भी व्यापक इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए 15 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। साथ ही नासिक पहुंचने के लिए राज्य परिवहन की ओर से 3 हज़ार विशेष बसों को भी लगाया गया है।
पीएम ने दी बधाई
बताते चलें कि कुंभ का आयोजन प्रयाग, हरिद्वार व उज्जैन के विपरीत नासिक में दो स्थानों पर किया जाता है। कुंभ के भव्य शुरुआत पर पीएम नरेंद्र मोदी ने यहां पहुंचने वाले भक्तों को सोशल मीडिया के माध्यम से बधाई दी। बताते चलें कि वैष्णव के अखाड़े नासिक में रहते हैं और शैव संन्यासी त्रयंबकेश्वर में। इसी के साथ मंगलवार सुबह नासिक के गोदावरी तट व त्रयंबकेश्वर के कुशावर्त तीर्थ पर ध्वजारोहण संग 25 सितंबर तक चलने वाले कुंभ की शुरुआत हो गई।
2300 करोड़ रुपये किए गए हैं खर्च
इस आयोजन को लेकर नासिक महानगरपालिका के महापौर गुरमीत बग्गा ढाई महीने तक चलने वाले कुंभ के दौरान करीब एक करोड़ श्रद्धालुओं के यहां आने की उम्मीद है। इसी के साथ ही शाही स्नान के दिन श्रद्धालुओं की संख्या आठ से 10 लाख तक पहुंचने की संभावना व्यक्त की जा रही है। बताया जा रहा है कि  2012 से शुरू हुए कुंभ की तैयारियों को लेकर महाराष्ट्र सरकार व स्थानीय निकायों ने करीब 2300 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
रेलवे ने भी किया सहयोग
वहीं मेले में बड़ी संख्या में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या पर गौर करते हुए रेलवे ने भी सकारात्मक कदम उठाए हैं। इस क्रम में रेलवे ने नासिक से हावड़ा तक के लिए 12 सुपरफास्ट ट्रेनें चलाई हैं। इसके अलावा इंतजामों के नाम पर नासिक में स्थानीय निकाय ने 315 एकड़ से ज्यादा बड़े स्थान पर साधुओं के रहने के लिए खास साधू ग्राम तैयार किया गया है। इनके रुकने के लिए यहां तंबू लगाए गए हैं। शौचालय, 24 घंटे पेयजल, LPG सिलेंडरों और बिजली की व्यवस्था की गई है।

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Posted By: Ruchi D Sharma