एक सितम्बर से लागू हो गए हैं ट्रैफिक के नये नियम

विभाग के पास अपडेट नहीं हुई हैं मशीनें

शहर में मोटर व्हीकल एक्ट पुराने ढर्रे पर

आगरा। ट्रैफिक रूल्स को अनफॉलो करने वालों पर सरकार की टेढ़ी नजर है। यही कारण है कि लोगों के अंदर ट्रैफिक को रूल्स के साथ फॉलो करने के लिए एक सितम्बर से करीब पांच से सौ गुना तक जुर्माना राशि बढ़ाई गई है। लेकिन, शहर में अभी नियमों का उल्लंघन करने वालों से पुरानी जुर्माना राशि ही वसूली जा रही है। इसका सबसे बड़ा कारण है ट्रैफिक मशीनों का अपडेट न होना। शहर में हर चौराहे पर वाहन चालकों की चैकिंग तो की जा रही है लेकिन नियमों का पालन न करने वालों से पुरानी जुर्माना राशि ही वसूली की जा रही है।

मशीनों को नहीं किया गया अपडेट

एक सितम्बर से सरकारी आदेश के बाद भी चालान के उपकरणों को अपडेट नहीं किया गया है। इससे चौराहे पर व्यवस्था संभाल रहे ट्रैफिक पुलिस के सिपाही पुराने रूल्स के अनुसार वसूली कर रहे हैं। हरीपर्वत चौराहे पर तैनात टीएसआई नानक चंद शर्मा ने बताया कि ई-चालान मशीन से किया जा रहा है, पुराने नियमों के अनुसार ही चालकों से वसूली की जा रही है।

90 फीसदी कर रहे पालन

ट्रैफिक की नई व्यवस्था लागू होने के बाद चालान के माध्यम से कई गुना अधिक वसूली का डर वाहन चालकों में देखा जा सकता है। सिकंदरा चौराहे पर ट्रैफिक व्यवस्था देख रहे सिपाही दीपक कुमार का कहना है कि पूर्व की अपेक्षा एक सितम्बर से करीब 90 फीसदी वाहन चालक नियमों का पालन कर रहे हैं। सीट बेल्ट, हेलमेट जैसे नियम का अधिकतर चालक पालन कर रहे हैं। लेकिन, दस फीसदी वाहन चालक ही नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं।

लोगों को दी जा रही चेतावनी

जितने भी वाहन चालक नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, उनका चालान भले ही पुरानी जुर्माना राशि से किया जा रहा हो। लेकिन, ऐसे वाहन चालकों को नये नियमों के तहत भारी जुर्माना राशि के बारे में भी बताया जा रहा है और चेतावनी भी दी जा रही है कि वह नियमों को फॉलो करें।

ई-चालान ऐप का हो रहा यूज

ट्रैफिक पुलिस द्वारा एक महीने पूर्व कैमरों से चालान किए जाते थे। परंतु, हाल ही में इस व्यवस्था को बदल दिया गया है। अब ई-चालान एप के जरिए चालान किए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत चौराहे पर ड्यूटी दे रहे पुलिसकर्मी के स्मार्ट मोबाइल फोन में इस ऐप को अपलोड किया गया है।

रोड पर मनमानी करने वाले वाहन चालकों का नंबर ई-चालान ऐप पर अपलोड करते ही वाहन चालक की पूरी डिटेल सामने आ जाती है। जैसे, नाम, एड्रोस, कॉन्टेक्ट नंबर सहित पूरा ब्यौरा सार्वजनिक हो ताजा है। इससे ट्रैफिक व्यवस्था संभाल रही पुलिस को चालान करने में आसानी रहती है। इसमें नगद भुगतान का विकल्प भी होता है। वाहन चालक की सहमति के बाद चालान की वसूली को अंतिम रूप दिया जाता है। हालांकि, यह सब पुरानी व्यवस्था के माध्यम से किया जा रहा है।

नए नियमों से चालान में अभी समय लगेगा। जब तक उत्तर प्रदेश सरकार का नोटीफिकेशन नहीं आ जाता, तब तक पूराने नियमों के अंतर्गत ही चालान शुल्क की वसूली की जाएगी।

प्रशांत वर्मा, एसपी ट्रैफिक

Posted By: Inextlive