- वैगन, कोच एंड लोकोमोटिव इंजन में लगने जा रहा है आरएफआईडी

- इस रेल बजट में आरएफआईडी डिवाइस पर होगा जोर

- रेलवे की टीम ने की पूरी तैयारी

ALLAHABAD: इंडियन रेलवे एक ऐसे डिवाइस का इस्तेमाल करने जा रहा है, जो रेलवे की सुविधाओं और सेवाओं को बेहतर बनाने में जबर्दस्त मददगार होगा। इस डिवाइस के लगने के बद ड्राइवर और गार्ड कंट्रोल को लोकेशन दें या न दें, लेकिन ऑटोमैटिकली हर सेकेंड पर ट्रेन का लोकेशन रेलवे कंट्रोल रूम में पहुंचता रहेगा। उत्तर मध्य रेलवे के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस बार के रेल बजट ख्0क्भ्-क्म् में इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल पर सबसे ज्यादा फोकस होगा। आईटी बेस कई योजनाओं को लागू किया जाएगा।

ये है रेडियो फ्रीक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन डिवाइस

इंडियन रेलवे की सेवाओं में सुधार के लिए रेल मंत्रालय इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी को हथियार के रूप में इस्तेमाल करने जा रहा है, जो पूरे सिस्टम पर नजर रख सके। इसके लिए रेल मंत्रालय ने ट्रेनों के वैगन, कोच और इंजनों का सही लोकेशन लेने और ट्रैकिंग का पता लगाने के लिए रेडियो फ्रिक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन डिवाइस लगाने का निर्णय लिया है।

आरएफआईडी बताएगा कितना है तेल

रेडियो फ्रीक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन डिवाइस रेलवे के वैगन, इंजन और डिब्बों की सही लोकेशन देने के साथ ही ईधन की भी सही स्थिति बताएगा। भाड़ा, रखरखाव प्रबंधन प्रणालियों पर भी इस डिवाइस से नजर रखी जा सकेगी। डिवाइस के साथ महिला कोच में सीसी टीवी कैमरा लगाया जाएगा, जिसे डिवाइस से अटैच किया जाएगा। ताकि महिलाओं के साथ छेड़खानी करने वालों पर नजर रखी जा सके।

Posted By: Inextlive