- हिंदी माध्यम के छात्रों में पहला रैंक हासिल की

- इससे पहले भी किए हैं कई सारे अचीवमेंट

Meerut : मेरठ के निशांत जैन ने सिविल सर्विसेज एग्जाम में 13 वां रैंक हासिल किया है साथ ही हिंदी माध्यम के छात्रों में पहला स्थान हासिल किया है। निशांत जैन मेरठ के पंजाबी पुरा के रहने वाले हैं। निशांत के पिता सुशील कुमार जैन प्राइवेट सर्विस से रिटायर्ड हैं और मां सुशील जैन हाउसवाइफ हैं। निशांत का ऑप्शनल ऑप्शनल सब्जेक्ट हिंदी लिटरेचर था।

कई अचीवमेंट किए हासिल

इससे पहले भी निशांत ने काफी सारे अचीवमेंट हासिल किए है। निशांत ने लोक सभा सचिवालय में पोइट्री एंड डिबेट कॉम्पटीशन में फ‌र्स्ट प्राइज हासिल किया था। दिल्ली यूनिवर्सिटी के एमफिल एंट्रेंस में भी फ‌र्स्ट रैंक हासिल किया। मेरठ कॉलेज कल्चर काउंसिल एंड लिटरेरी का एक्स मेम्बर भी निशांत रह चुका है। अभी वह लोक सभा सचिवालय में हिंदी असिसटेंट इन एडिटोरियल एंड ट्रांसलेशन सर्विस में हैं। निशांत ने मेरठ कॉलेज से एमए हिंदी और दिल्ली यूनिवर्सिटी से एमफिल की है। इसके अलावा उसने यूजीसी नेट जेआरएफ भी क्लीयर किया है।

सफलता के लिए बस लगन है जरुरी

निशांत का मानना है किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल करने के लिए हमारी मेहनत व लगन ही काम आती है। उसे इस मुकाम तक पहुचने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी है। निशांत ने अपनी जॉब के साथ साथ ही एग्जाम के लिए तैयारी की है। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए निशांत ने रोज केवल तीन से चार घंटे पढ़ाई की। निशांत ने बताया कि उसने इसके लिए भारत सरकार की वेबसाइट से, पॉलिटकल बुक्स से और एनसीआरटी की बुक्स से स्टडी की है।

लोगों से मिलना है बहुत पसंद

निशांत ने बताया कि उसे लोगों से मिलना और बात करना बहुत ही पसंद है। निशांत ने बताया कि उन्हें कविताएं लिखने का बहुत ही शौक है। निशांत को इसके अलावा एंकरिंग करना भी पसंद है।

करप्शन मेरी डिक्शनरी में नहीं

निशांत ने बताया कि उन्हें संवेदनशीलता व कमिटमेंट पर बहुत विश्वास है। करप्शन नाम का शब्द उसकी डिक्शनरी में नहीं आता है। निशांत के अनुसार ई गवर्नेस और जवाबदेही को बढ़ावा देकर करप्शन मिटाया जा सकता है।

Posted By: Inextlive