बिहार के नगर विकास एवं निबंधन व उत्पाद मंत्री अवधेश कुशवाहा को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार देर रात बाहर का रास्ता दिखा दिया। वह एक स्टिंग ऑपरेशन में मुंबई की एक पार्टी से चार लाख रुपये कैश लेते दिखाए गए थे।


बिहार चुनाव में उम्मीदवारी भी वापस लीदेर रात संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने बताया कि पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) जिले की पिपरा विधानसभा सीट से उनकी उम्मीदवारी भी वापस ले ली गई है। पार्टी अब इस सीट पर नया उम्मीदवार देगी। कुशवाहा को पार्टी से बर्खास्त करने की भी कार्रवाई की जा रही है। रविवार को यू-ट्यूब पर वायरल हुए इस स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंभीरता से लेते हुए देर रात उत्पाद मंत्री से इस्तीफा ले लिया। उन्होंने इस मसले पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव और प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह से विमर्श किया। मंत्री ने फैक्स से मुख्यमंत्री कार्यालय को इस्तीफा भेज दिया, जिसे स्वीकार किए जाने की संस्तुति के साथ राजभवन अग्रसारित कर दिया गया।क्या था मामला


स्टिंग के अनुसार अवधेश कुशवाहा ने यह राशि इस बात के लिए ली कि जब फिर से उनकी सरकार बनेगी तो वह मुंबई के उक्त कारोबारी को उसके धंधे में मदद करेंगे। मुंबई की पार्टी से कैश लेते हुए उनका वीडियो यू ट्यूब पर अपलोड है। घंटे-दो घंटे के भीतर यह सोशल मीडिया में भी वायरल हो गया। कुशवाहा से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि मैंने किसी से कोई पैसा नहीं लिया है। अगर ऐसा कुछ दिखाया गया है तो वह गलत है। मुझे साजिश के तहत फंसाया गया है। मैं मानहानि का मुकदमा करूंगा। बताया जाता है कि यह स्टिंग अवधेश कुशवाहा के आवास पर हुआ है। स्टिंग करने वाले ने खुद को मुंबई का कारोबारी बता मंत्री कुशवाहा से भेंट की। उसने कहा कि आने वाले दिनों में आपकी सरकार बनी तो बड़े काम में उनका सहयोग चाहिए उसे। उसने मंत्री जी के लिए नकद लाने की बात कही। इस पर कुशवाहा ने सोफा से उठकर तुरंत दरवाजे की सिटकनी लगाई और सोफे पर आकर बैठ गए। इसके बाद मुंबई की कथित पार्टी ने कुशवाहा को नोटों की कई गड्डी उनके हाथ में दी और कहा कि चार लाख रुपये हैं। मंत्री जी ने पैसे रख लिए। उन्होंने अपने एक साथी मंत्री को फोन लगाया और कहा कि अरे एक मुंबई की पार्टी आई हुई है। मदद चाहती है। हम पांच लोग एक मानसिकता के हैं। देख लीजिए। चुनाव में मदद करेंगे। कल आपसे मुलाकात करा देंगे। और भी है रिश्वतखोर

वहीं एक दूसरे स्टिंग आपरेशन में राजद नेता व पूर्व मंत्री मुंद्रिका सिंह यादव के आवास पर उनकी मौजूदगी में मखदूमपुर के राजद प्रत्याशी सूबेदार सिंह और घोसी से राजद के प्रत्याशी कृष्णनंदन वर्मा के भाई रीतेश को क्रमश: दो लाख व एक लाख रुपये लेते हुए दिखाया गया है। मुंद्रिका सिंह यादव राजद के वरिष्ठ नेता हैं व पूर्व मंत्री हैं। वह जहानाबाद से चुनाव लड़ रहे हैं। स्टिंग में उन्हें खुले बदन दिखाया गया है। वह धोती को लुंगी बनाकर लपेटे हुए हैं। स्टिंग करने वाली टीम उनसे बिजनेसमैन के रूप में मिलती है। यह कहती है कि महागठबंधन की सरकार बनने पर उन्हें उनकी मदद चाहिए। इसके एवज में वह उनकी मदद करेंगे। यादव कहते हैं कि ठीक है। इसी बीच उनके पास जीतन राम मांझी के खिलाफ राजद की टिकट पर मखदूमपुर से चुनाव लड़ रहे सूबेदार राम और घोसी से राजद के टिकट पर चुनाव लड़ रहे कृष्णनंदन वर्मा के भाई रीतेश आ जाते हैं। इन्होंने भी मदद की बात की। सूबेदार राम ने मदद के सवाल पर दो लाख रुपये का एडवांस मुंद्रिका यादव की मौजूदगी में ले लिया। कृष्णनंदन वर्मा के भाई रीतेश ने एक लाख ले लिए। इस बाबत मुंद्रिका सिंह यादव से जब उनकी प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा वीडियो जालफरेब है। जांच में गलत निकलेगा। चुनाव के समय इस तरह से फंसाने का काम चलता रहता है।चुनाव से पहले कड़ा झटका पहले चरण के चुनाव के ठीक एक दिन पहले आये एक स्टिंग आपरेशन ने नीतीश कुमार की सरकार और जदयू को झटका दिया है, यद्यपि देर रात मंत्री पर गाज गिराकर जदयू नेतृत्व ने किसी हद तक डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की है।

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Posted By: Molly Seth