तब्लीगी जमात के फरार मौलाना साद ने दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच टीम द्वारा भेजी गई नोटिस का जवाब अपने बेटे युसुफ साद के जरिए भेजा है। इस लिखित बयान ने साद ने कहा कि यह उसने लाॅकडाउन के नियमों का पालन किया है। 31 मार्च 2020 से जमात मुख्यालय को लेकर जो भी खबरें आ रही हैं वो सब एक साजिश है।

नई दिल्ली (आईएएनएस) निजामुद्दीन के तब्लीगी जमात प्रमुख मौलाना मोहम्म्द साद कांधलवी ने स्वीकार किया है कि दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने एक पूछताछ के लिए उसे एक नोटिस जारी किया है। मौलाना साद ने ये तमाम बातें आईएएनएस को अपने बेटे मोहम्मद यूसुफ साद के जरिये शुक्रवार को एक लिखित पत्र के माध्यम से आईएएनएस को बताई है। मौलाना साद के बेटे यूसुफ जमात कमेटी के सदस्य भी हैं। यूसुफ के अनुसार बयान मौलाना के परामर्श से तैयार किया था। मौलाना साद ने अपने लिखित बयान के मुताबिक मीडिया में 31 मार्च 2020 से जमात मुख्यालय को लेकर जो भी खबरें आ रही हैं वो सब एक साजिश है।

निजामुद्दीन स्थित मरकज को बदनाम करने की कोशिश हो रही

बयान में कहा गया कि राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित इस मरकज को बदनाम करने की कोशिश है।तबलीगी जमात का किसी भी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं है। मौलाना साद के खिलाफ मामला खिलाफ आपराधिक केस दर्ज किया गया है। मौलाना साद ने अपने लिखित बयान में, जमात मुख्यालय के मेहमानों के कोरोना वायरस के लिए पाॅजिटिव होेन को एक कोइंसीडेट है। जैसे ही हमें कोरोना वायरस के बारे में पता चला, हमने मुख्यालय में मेहमानों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया। हमारे पास हर मेहमान का एक रिकॉर्ड है। जमात मुख्यालय ने सभी मेहमानों को उनके घरों में वापस भेजने के हर संभव प्रयास किए।

लाॅकडाउन की घोषणा के बाद प्रोग्राम रोक दिया गया था

बयान में आगे लिखा गया कि प्रधानमंत्री द्वारा जनता कर्फ्यू के बाद 24 मार्च की आधी रात को लाॅकडाउन की घोषणा के तुरंत बाद, सरकारी मशीनरी ने जमात मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम को रोक दिया था। इस कार्यक्रम को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया था। पिछले कुछ दिनों में, इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले सभी लोग, चाहे वे भारतीय हों या विदेशी लाॅकडाउन की वजह से फंस गए थे। उन्हें या तो विभिन्न स्थानों पर क्वाॅरंटीन किया गया है या फिर अस्पताल में भेजा गया है। बयान के अनुसार एफआईआर संख्या 63/2020 नई दिल्ली अपराध शाखा के पास दायर की गई है और सीआरपीसी की धारा -91 के तहत इसके खिलाफ नोटिस दिया गया है।

क्राइम ब्रांच ने मुख्यालय से तमाम सबूत मय दस्तावेज मांगे
इस नोटिस में क्राइम ब्रांच ने तमाम सबूत मय दस्तावेज मांगे हैं। सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार को क्राइम ब्रांच को दिए जवाब में, जमात मुख्यालय ने कहा पुलिस ने फिलहाल मरकज को सील कर दिया है। इसके अलावा मौलाना साद के अधिकांश एजेंट अभी क्वाॅरंटीन होम्स में हैं। इसलिए, इन सबूतों को अभी मुहैया करा पाना असंभव है। इसलिए अब जब जमात मुख्यालय खोला जाएगा और सभी प्रबंधकों को इकट्ठा किया जाएगा, तभी अपराध शाखा को साक्ष्य प्रदान किए जाएंगे।

Posted By: Shweta Mishra