-एसआरएन में मुन्नाभाई एमबीबीएस मूवी का सीन हुआ लाइव

-पहचान न होने के कारण बुजुर्ग को एसआरएन में नहीं किया गया एडमिट

-पुलिस ने ली जिम्मेदारी तो किया गया एडमिट

ALLAHABAD: मुन्ना भाई एमबीबीएस फिल्म का वह सीन तो आपको अच्छी तरह से याद होगा जिसमें मुन्ना भाई कहता है कि 'बाहर कैजुअल्टी में कोई मरने की हालत में रहा तो उसका फार्म भरना जरूरी है क्या''?। शनिवार को फिल्म का सीन उस वक्त एसआरएन हॉस्पिटल में ताजा हो गया जब एक मरीज को सिर्फ इसलिए नहीं एडमिट किया गया क्योंकि उसके बारे में जानकारी देने वाला या फार्म भरने वाला कोई मौजूद नहीं था। बाद में कोतवाली थाने की पुलिस पहुंची और वृद्ध के वारिस के तौर पर खड़ी हुई तब जाकर उसका ट्रीटमेंट शुरू हुआ।

एंबुलेंस से लाया गया था

रामबाग एरिया से शनिवार शाम पांच बजे 108 नंबर एंबुलेंस से एक बुजुर्ग को एसआरएन हॉस्पिटल लाया गया था। पुलिस को वह लावारिस हालत में सड़क किनारे मिला था। उसे तेज बुखार था। उसकी हालत इतनी खराब थी कि वह कुछ भी बोल नहीं पा रहा था। पुलिस ने उसे एंबुलेंस से हॉस्पिटल भेजवाया। एंबुलेंस का ड्राइवर जब इमरजेंसी में पहुंचा तो डॉक्टर बुजुर्ग के बारे में सवाल पूछने लगे। वह कौन है? कहां से लाया गया? उसके रिश्तेदार कहां हैं? ड्राइवर पर सवालों की बौछार की जाने लगी तो वह बगलें झांकने लगा। उसकी कुछ समझ में नहीं आया। ड्राइवर से कह दिया गया कि जब तक उसकी पहचान का कोई नहीं आता, एडमिट नहीं किया जाएगा। बुजुर्ग बाहर तड़पता रहा लेकिन किसी ने उसे हाथ तक नहीं लगाया।

पुलिस चौकी को दी खबर

एंबुलेंस के ड्राइवर को जब कुछ समझ नहीं आया तो उसने एसआरएन पुलिस चौकी को सूचना दी। एसआरएन चौकी इंचार्ज सर्वेश सिंह व चौकी इंचार्ज साउथ मलाका अंजनी सिंह मौके पर पहुंचे। जब पुलिस ने बुजुर्ग की जिम्मेदारी ली तब एडमिट करके उसका ट्रीटमेंट शुरू किया गया। बुजुर्ग की हालत सीरियस बताई जा रही है। उसकी देर रात तक पहचान नहीं हो सकी थी।

Posted By: Inextlive