- ई-रिक्शा से अर्थो के पेशेंट्स को मिलेगी राहत, रोगी कल्याण समिति ने लिया फैसला

- इमरजेंसी और हड्डी के रोग के पेशेंट्स को कंधे पर उठाकर ले जाते हैं फैमली मेंबर्स

PATNA : पीएमसीएच में इमरजेंसी और हड्डी रोग के पेशेंट को हर दिन डॉक्टर तक पहुंचने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है। राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक में ऊपर चढ़ने के लिए पेशेंट को लोग कंधे पर उठाकर ले जाते हैं जिसमें काफी प्राब्लम होती है। पर अब ऐसी प्राब्लम ने हो इसके लिए यहां ई-रिक्शा चलाने का फैसला किया गया है। यह इमरजेंसी और राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक में चलाने की योजना है। रोगी कल्याण समिति में यह प्रस्ताव क्7 जून की मीटिंग में पास किया गया।

गायब हो जाते हैं व्हीलचेयर

स्टेट के सबसे बड़े हॉस्पीटल पीएमसीएच में पेशेंट को अगर कंधे पर लाने को मजबूर होना पड़े तो यह अफसोस की बात है। कोई लकवाग्रस्त है, कोई गंभीर रूप से जख्मी। सभी के लिए डॉक्टर तक पहुंचना चुनौती बना रहता है। यह बात पीएमसीएच में आर्थोपेडिक डिपार्टमेंट के हेड डॉ विश्वेंद्र कुमार सिन्हा ने कही। उन्होंने कहा कि यदि कोई नेता या वीवीआईपी का पेशेंट आ जाए तो यहां से व्हीलचेयर तक लेकर घर चल जाते हैं। ऐसी दबंगई कम से कम हॉस्पीटल में तो नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आर्थोपेडिक के पेशेंट आरएसबी, इमरजेंसी, चिल्ड्रेन वार्ड के ऊपर आदि विभिन्न जगहों पर हैं। सेंट्रलाइज सिस्टम से भी कोई लाभ नहीं मिल रहा है।

मांगा जाएगा टेंडर

पटना मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डॉ एसएन सिन्हा ने बताया कि अभी यह प्रस्ताव भर है। इसके लिए टेंडर मंगाया जाएगा। उसकी फिजिबिलिटी चेक की जाएगी। ई-रिक्शा की क्षमता अधिकतम तीन लोगों को कैरी करने की होगी।

Posted By: Inextlive