सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर अब अलग-अलग भाषाओं में विज्ञापन नजर आएंगे.


ट्विटर जल्दी ही एक ऐसा फीचर लेकर आने वाला है जिसकी मदद से विज्ञापनकर्ता अब अलग अलग भाषाओं के यूजर्स तक अपनी पहुंच बना पाएंगे.ज्यादा से ज्यादा विज्ञापनकर्ताओं को अपनी ओर खींचने के लिए इसे ट्विटर के सबसे नवीनतम कदम के रूप में देख जा रहा है.विज्ञापन ट्विटर की आमदनी का सबसे बड़ा ज़रिया है. इस साल की पहली तिमाही में बिक्री का 90 फीसदी हिस्सा विज्ञापन के ज़रिए ही हासिल हुआ.ट्विटर के राजस्व के ग्रुप प्रोडक्ट मैनेजर ने अपने ब्लॉग पोस्ट में लिखा है, "विज्ञापनकर्ता अब लोगों की भाषा के आधार पर उनके द्वारा प्रोमोट किए गए ट्वीट्स और अकाउंट्स तक पहुंचेंगे. जबकि यूर्जस को ये फायदा होगा कि वे अब नए और महत्वपूर्ण विज्ञापनों को अपनी भाषा में देख सकेंगे."वैश्विक पहुंच?ट्विटर पर अब अलग अलग भाषाओं में विज्ञापन नजर आएंगे
ट्विटर जैसे सोशल नेटवर्किंग प्लेटफार्म में हाल में विकास की गति धीमी रही है.हाल की वित्तीय रिपोर्ट के अनुसार 25 करोड़ 50 लाख सक्रिय यूजर्स वाले ट्विटर का कहना है कि पिछली तिमाही की तुलना में इस साल की पहली तिमाही में मासिक स्तर पर यूजर्स की संख्या 5.8 फीसदी बढ़ गई है.विशेषज्ञों के आकलन के अनुसार विकास की दर धीमी आंकी गई.


यही नहीं, इस बात पर भी चिंता जताई जा रही है कि कंपनी के यूजर्स की संख्या तो बेहिसाब है मगर उसी अनुपात में इसकी आमदनी नहीं बढ़ पा रही.यदि ट्विटर की बात की जाए तो बताया जा रहा है कि हाल की तिमाही में इसे 13 करोड़ 30 लाख डॉलर का शुद्ध घाटा हुआ है.इससे उबरने के लिए कंपनियां अपनी आमदनी में इज़ाफा करने के तरीके तलाश रही हैं.20 भाषाएंट्विटर का इस्तेमाल करने वालों का एक बड़ा हिस्सा अमरीका से बाहर रहता है और कंपनी का कहना है कि नए फीचर की मदद से विज्ञापनकर्ता उन तक पहुंचने में सफल होंगे.कंपनी का कहना है, "भाषा के आधार पर यूजर्स को लक्षित करने से उन कारोबारियों को फायदा होगा जो खास भाषा वाले मैसेजिंग की मदद से वैश्विक स्तर पर लोगों तक पहुंचना चाहती है, या उन लोगों तक पहुंचना चाहती है जो ऐसे देश में रहते हैं जो एक से ज्यादा भाषाएं बोली जाती हैं."कंपनी के अनुसार यह नया फीचर 20 अलग-अलग भाषाओं में उपलब्ध होगा.

ट्विटर ने कहा है कि वह यूजर्स की भाषा जानने के लिए कई तरह के तरीके इस्तेमाल करता है, जिसमें, "यूजर्स के प्रोफाइल सेटिंग में भाषा के चुनाव का विकल्प होता है और उस भाषा को जानने का विकल्प होता है जिसमें यूजर्स अपनी गतिविधियों का संचालन करेगा."

Posted By: Prabha Punj Mishra