सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल की कीमत में एकमुश्त तीन रुपये प्रति लीटर की कमी करके आम आदमी को खासी राहत दी है। तेल कंपनियों ने कच्चे तेल क्रूड की कीमत में भारी गिरावट को देखते हुए दामों में कटौती करने की बात कही है.

अब दिल्ली में इसकी कीमत 66.09 रुपये से घटकर 63.09 रुपये प्रति लीटर रह गई है. पिछले दो महीने में दिल्ली में पेट्रोल 7.62 रुपये प्रति लीटर तक सस्ता हो चुका है. मुंबई में पेट्रोल 3.15 रुपये और कोलकाता में 3.13 रुपये प्रति लीटर सस्ता हुआ है.  

तेल कंपनियों ने बताया है कि पिछले पखवाड़े के दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमत 116 डॉलर से घटकर 107 डॉलर प्रति बैरल रह गई है. इस दौरान रुपया भी प्रति डॉलर 54.51 के स्तर से मजबूत होकर 54.26 के स्तर पर रहा है. इससे भी तेल कंपनियों को कीमत घटाने में सहूलियत रही है.
बहरहाल, क्रूड के सस्ता होने की वजह से तेल कंपनियों को डीजल पर होने वाला घाटा अब सिर्फ 3.80 रुपये प्रति लीटर रह गया है. रसोई गैस पर घाटा भी 379 रुपये प्रति सिलेंडर रह गया है. इसे देखते हुए कंपनियों ने दिल्ली में गैर सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 54 रुपये घटाकर 847 रुपये कर दी है. इससे पहले एक अप्रैल को भी बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत तीन रुपये कम हुई थी.

सूत्रों का कहना है कि तेल कंपनियों को कीमत तय करने की आजादी देने के बावजूद पेट्रोलियम मंत्रालय से उन्हें पिछले दो महीने से डीजल के दाम बढ़ाने की इजाजत नहीं मिली है. माना जा रहा है कि पांच मई को कर्नाटक विधान सभा चुनाव होने के बाद तेल कंपनियां डीजल महंगा करेंगी। जनवरी में तेल कंपनियों को हर महीने डीजल की कीमत में पचास पैसे की वृद्धि करने की छूट दी गई थी. लेकिन उसके बाद सिर्फ तीन बार ही वे ऐसा कर पाई हैं.

Posted By: Garima Shukla