सरकारी ऑयल कंपनी ऑयल इंडिया ने शुक्रवार को कहा कि उसने 8.5 करोड़ डॉलर के एक ऑयल ब्लॉक में 50 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने की प्रक्रिया पूरी कर ली है.


ऑयल इंडिया का कारोबार अब रशिया में भीऑयल इंडिया ने कहा कि पेट्रोनेफ्ट रिसोर्सेज लिमिटेड (पीटीआर) की ओनरशिप वाली साइप्रस की एसिस्टेंट कंपनी वर्ल्डएस इनवेस्टमेंट लिमिटेड (वर्ल्डएस) में 50 फीसदी हिस्सेदारी एक्विजिशन का प्रॉसेस पूरा कर लिया है. वर्ल्डएस के पास रशिया के वेस्ट साइबेरिया में टोम्स्क ओब्लास्ट रीजन में लाइसेंस 61 है. इस एक्विजिशन के साथ ऑइल इंडिया का कारोबार रशिया में भी फैल गया. ऑयल इंडिया ने अपने स्टेटमेंट में कहा कि एक्विजिशन एक जनवरी 2014 से लागू होगा. लाइसेंस 61 के तहत अभी रोजाना करीब 2,100 बैरल ऑइल का प्रोडक्शन होता है.तीन स्टेजेज में हुई पेमेंट
इस डील की पेमेंट तीन स्टेजेज में की गई. 35 मिलियन डॉलर कैश में, 45 मिलियन डॉलर एक्सप्लोरेशन और डेवलेपमेंट पर होने वाले खर्चे के लिए और 5 मिलियन डॉलर पर्फॉर्मेंस बोनस के लिए. ऑयल इंडिया के मुताबिक यह डील 17 अप्रैल को ही साइन कर ली गई थी लेकिन पूरी अब जाकर हुई है. डील के सक्सेसफुल होने के लिए जरूरी था पेट्रोनेफ्ट और रशियन रेग्युलेटरी का अप्रूवल जो कि अब मिल चुके हैं. इस डील के साथ ही ऑयल इंडिया के ओवरसीजकारोबार में अब बड़े चेंजेज और बदलाव देखने को मिलेंगे

Posted By: Shweta Mishra