मार्केट में एक रुपया का सिक्का नहीं चलने से लोग परेशान

बैंकों ने लेने से किया इंकार, करोड़ों रुपए के सिक्के मार्केट में डंप

ALLAHABAD:

केस 1

सिविल लाइंस के किराना दुकानदार जावेद काफी परेशान हो गए हैं। उनके पास पांच हजार कीमत के एक रुपए के सिक्के कई महीनों से पड़े हैं। न तो इनको बैंक ले रहा है और न ही पब्लिक स्वीकार कर रही है। ऐसे में जावेद को अपनी परेशानी का हल नहीं मिल रहा है।

केस 2

दारागंज की रहने वाली महिमा ने अपने बेटे के गुल्लक में कुछ पैसे जमा कर रखे थे। पिछले दिनों भर जाने के बाद जब उन्होंने गुल्लक तोड़ दिया। यह सिक्के लेकर जब वह मार्केट में पहुंचीं तो परेशान हो गई। वजह, इनमें से ज्यादातर सिक्कों को मार्केट में एक्सेप्ट नहीं किया जा रहा है। असल में यह सिर्फ जावेद या महिमा की ही नहीं, इस शहर में ज्यादातर लोगों की समस्या है। एक रुपए एक रुपए के सिक्के चलने में बंद होने की अफवाह से पब्लिक परेशान हो उठी है। दुकानदार सिक्के भी दुकानदार लेने से मना कर रहे हैं। ऐसे में मार्केट में लाखों-करोड़ों की मनी डंप हो गई है।

मार्केट ने खड़े कर दिए हैं हाथ

एक साल पहले दस रुपए के सिक्के को लेकर अफवाह फैली थी। नोटबंदी और आरबीआई के स्पष्टीकरण के बाद यह सिक्के दोबारा चलन में आए। इसके बाद एक रुपए के सिक्के पर ग्रहण लग गया। अफवाह फैली कि एक रुपए के हल्के सिक्के चलन से बाहर हो चुके हैं। इसके बाद लोगों ने इन सिक्कों से दूरी बना ली। ये सिक्के जहां-तहां डंप हो गए। सबसे ज्यादा नुकसान व्यापारियों को हुआ है। उनके पास लाखों-करोड़ों कीमत के एक रुपए के सिक्के डंप हो गए हैं। इन्हें बैंक भी लेने से साफ इंकार कर रहा है।

जाना पड़ सकता है जेल

एक रुपए या कोई भी इंडियन करेंसी लेने से इंकार करना भारी पड़ सकता है। नियमानुसार ऐसा करने पर जेल तक जाना पड़ सकता है। संबंधित पर देशद्रोह का मुकदमा कायम किए जाने का प्रावधान है। कुछ मामलों में तो शिकायत मिलने पर पुलिस ने ऐसे लोगों से जुर्माना वसूलकर दोबारा ऐसी न करने की हिदायत देकर छोड़ दिया। बावजूद इसके एक रुपए का सिक्का अभी तक चलन में नहीं आ सका।

आरबीआई कर चुका है खंडन

गौरतलब है कि आरबीआई पहले ही इस अफवाह को नकार चुका है। उसका कहना है कि यह सिक्के चलन में हैं लेकिन पब्लिक पर इस अपील का कोई असर नही पड़ रहा। क्योंकि, व्यापारियों का कहना है कि बैंक खुद इन सिक्कों को लेने से इंकार कर रहे हैं। बैंक से जुड़े सोर्सेज का कहना है कि आरबीआई खुद एक बार सिक्के जारी करने के बाद दोबारा उनको वापस नही लेता, ऐसे में बैंक क्यों भारी संख्या में सिक्कों को लेगा।

सोशल मीडिया पर गुहार

ऐसे में कुछ लोगों ने तो तोशल मीडिया के जरिए पीएम नरेंद्र मोदी को सिक्कों का चलन शुरू करने की गुहार लगा रहे हैं। ऐसी पोस्ट्स जमकर पॉपुलर भी हो रही हैं।

कॉलिंग

खुलेआम मुद्रा को ठुकराया जा रहा है। कहीं भी जाइए एक रुपए का सिक्का लेने को कोई तैयार नहीं है। पुलिस भी कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।

-दीपांशु, स्टूडेंट

कुछ दिनों पहले दस रुपए के सिक्के के साथ ऐसा ही बर्ताव हो रहा था। किसी तरह वह चलन में आया तो अब एक रुपए का सिक्का लोगों ने रिजेक्ट कर दिया।

-मोहित वर्मा, प्रोफेशनल

व्यापारियों से लेकर बच्चों की गुल्लक में एक रुपए के सिक्के पड़े हुए हैं। इनकी सुध लेने वाला कोई नही है। इस ओर सरकार को जरूर सोचना चाहिए।

-साकेत साहू, प्रोफेशनल

यह सरकार की जिम्मेदारी है कि आम जनता को जागरुक करे। लोगों को पता होना चाहिए कि किसी भी प्रकार का सिक्का चलन से बाहर नही हुआ है।

अनुज मिश्रा, स्टूडेंट

सिक्के दुकानदार और बैंक नहीं ले रहे हैं। इसके चलते मार्केट में नोंकझोक की स्थिति भी बनी हुई है। सरकार को नोटिफिकेशन जारी कर लोगों की कन्फ्यूजन दूर करना चाहिए।

महेंद्र कनौजिया, प्रोफेशनल

Posted By: Inextlive