प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और छात्रों के बीच 'परीक्षा पर चर्चा' जारी है। छात्रों को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि आप लोग टेंशन में हैं क्या? यह भूल जाइए कि आप प्रधानमंत्री से बात कर रहे हैं। यह सोचिए मैं आपका दोस्त हूं। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने पीएम से परीक्षा के दबाव पर पांच सवाल पूछे। आइये जानें उन पांच सवालों पर पीएम मोदी की प्रतिक्रिया क्या रही।


छात्रों का पहला सवालसबसे पहले मोदी से छात्रों ने यह सवाल किया कि 'परीक्षा से पहले हम बहुत तैयारी करते हैं, लेकिन मौके पर सब कुछ भूल जाते हैं, ऐसा क्यों? इसपर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आत्मविश्वास हर पल प्रयासों से, खुद को ऑब्जर्ब करने से आता है, दिमाग से ये ख्याल निकाल दीजिए कि कोई आपकी परीक्षा ले रहा है। मन में आत्मविश्वास होना बेहद जरूरी है, ये कोई जड़ी बूटी नहीं, ये खुद नहीं आता, हमें हर पल खुद को कसौटी पर कसने की आदत डालनी चाहिए।'JNU में छात्रों ने बनाया शिक्षकों को बंधक, पांच दिन पहले ही शुरू हो गया था विवादछात्रों का दूसरा सवाल


छात्रों द्वारा दूसरा सवाल किया गया कि 'पढ़ाई से ध्यान भटकें तो क्या करें'? इसपर जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि 'पेपरों से पहले खुद को एकाग्र करें। ध्यान खास विधा नहीं है, रोज हम कोई 1 काम पूरे ध्यान से जरूर करते हैं। बस उसे पेपरों में भी आजमाएं। परीक्षा में इस भाव से बैठिये की आप ही अपना भविष्य तय करेंगे।'छात्रों का तीसरा सवाल

दिल्ली से दीपशिखा और लद्दाख से छात्रा का सवाल था कि 'परीक्षा के दौरान मां बाप बच्चों पर दबाव बनाते हैं, लेकिन संतुष्ट नहीं होते हैं। इससे बच्चों की अंदर की इच्छाएं मर जाती हैं।' इसपर मजाक करते हुए मोदी ने कहा कि 'आप चाहते हैं कि मैं आज आपके पैरंट्स की क्लास लूं? दरअसल, भारत का बच्चा जन्मजात राजनेता होता है, क्योंकि वह जॉइंट फैमिली में रहता है। उससे कोई काम करवाने के लिए घर में राजनीति करनी पड़ती है।'यहां रेस्टोरेंट चलाने के साथ टीचर बन बैठा था खूंखार आतंकी आरिज, अब बताएगा बटला हाउस एनकाउंटर का सच

Posted By: Mukul Kumar