5:55 पर सुबह नासिक से चारबाग पहुंची ट्रेन

44 टीसी रेलवे स्टेशन पर तैनात किए गए

8 सुरक्षाकर्मी ट्रेन के हर कोच के सामने तैनात रहे

30 साधारण बसों से घरों के लिए किए गए रवाना

18 जिलों के लिए चलाई गई रोडवेज की बसें

- श्रमिक एक्सप्रेस से आए पैसेंजर्स को भेजा गया उनके जनपद

- हाथ सेनेटाइज कराकर बसों में बैठाए गए पैसेंजर्स, मास्क भी दिए गए

LUCKNOW :

जैसे ही नासिक से ट्रेन नंबर 02121 श्रमिक स्पेशल चारबाग रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर संडे सुबह 5:55 पर आई एनाउंसमेंट होने लगा कि जब तक कहा न जाए, कोई भी यात्री ट्रेन से नहीं उतरेगा। पलक झपकते ही ट्रेन के हर कोच के दरवाजे के सामने आरपीएफ और पुलिस के जवान तैनात हो गए। करीब 10 मिनट बाद ट्रेन के सबसे पिछले कोच से एक-एक कर पैसेंजर्स को उतारना शुरू किया गया। प्लेटफॉर्म पर लाइन लगवाकर इन सबकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई और एक-एक लंच पैकेट दिया गया। इन पैसेंजर्स को उनके जनपद तक पहुंचाने के लिए स्टेशन के बाहर रोडवेज की बसें पहले से ही तैयार खड़ी थीं।

सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान

श्रमिक स्पेशल ट्रेन से आए सभी पैसेंजर्स अपनी सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सतर्क नजर आए। सभी ने गमछे, रुमाल या मास्क से चेहरे को ढका हुआ था और कई गल्स भी पहने थे। ये सभी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ट्रेन से उतरे और प्लेटफॉर्म से स्टेशन के बाहर खड़ी रोडवेज की बसों तक पहुंचे। जहां इन सभी पैसेंजर्स का नाम, पिता का नाम, पता और मोबाइल नंबर रिकार्ड किया गया।

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मौजूद रहे आला अफसर

आरपीएफ कमांडेंट अभिषेक कुमार, जीआरपी सीओ अरुण कुमार सिंह शनिवार रात से ही चारबाग रेलवे स्टेशन पर मौजूद थे। वहीं रेलवे के डीसीएम एके पांडेय और स्टेशन डायरेक्टर सुदीप सिंह भी स्टेशन पर मौजूद है। डीएम अभिषेक प्रकाश और नगर आयुक्त डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी भी चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचे।

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ये ट्रेनें भी निकाली गई

रेलवे के अधिकारियों के अनुसार राजधानी आई ट्रेन की तरह अन्य जगहों के लिए ट्रेनें चलाई जा रही हैं। महाराष्ट्र के भिवंडी रोड से गोरखपुर के लिए चलाई गई ट्रेन भी शाम को चारबाग स्टेशन से गुजरी। वहीं गुजरात के वसई से गोरखपुर जाने वाले ट्रेन ऐशबाग होते हुए चलेगी।

कोट

829 लोगों की जांच की गई। प्रतापगढ़ निवासी एक व्यक्ति को बुखार था, जिसका सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है। इस व्यक्ति को जीसीआरजी कॉलेज बीकेटी क्वारंटाइन के लिए भेज दिया गया है।

डॉ। अनिल दीक्षित, एसीएमओ

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हेडिंग - 30 बसों से 18 जिलों में भेजे गए 815 मजदूर

- चारबाग रेलवे स्टेशन से मजदूरों को दी गई फ्री रोडवेज बस सेवा

Lucknow( 3 May):

ट्रेन से नासिक से चारबाग आए मजदूरों के लिए परिवहन निगम ने फ्री बसों की व्यवस्था की थी। पहली बस सुबह 8:15 पर सिद्धार्थ नगर रवाना की गई। इस बस में 33 मजदूर थे। रोडवेज के अधिकारियों के अनुसार ट्रेन से आने वाले सभी पैसेंजर्स को 30 साधारण बसों से यूपी के 18 जिलों में भेजा गया।

बहुतों की छूट गई ट्रेन

रोडवेज के अधिकारियों ने बताया कि नासिक से कई मजदूर इस ट्रेन को नहीं पकड़ सके। वहीं 30 मजदूर अन्य जगहों से एक ट्रेन में बैठ गए। इन लोगों का रजिस्ट्रेशन भी नहीं था। इस कारण मजदूरों की सूची मिलाने में काफी वक्त लग गया। जिनका रजिस्ट्रेशन नहीं था, उनकी थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद जिले के हिसाब से सूची बनाकर अलग-अलग बसों से रवाना किया गया।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

इन सभी मजदूरों को मास्क और सेनेटाइजर दिया गया और हाथ सेनेटाइज करके इन्हें सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए बसों में बैठाया गया। हालांकि ड्राइवरों को लंच पैकेट नहीं दिए गए, जिसपर उन्होंने रोष भी जाहिर किया।

कोट

संडे को जो ट्रेन आई है उससे राजधानी के चार मजदूरों को आना था लेकिन आए सिर्फ दो। लखीमपुर खीरी के मजदूर को जिला प्रशासन अपने साधन से भेजने की व्यवस्था करेगा। बिना रजिस्ट्रेशन के जो मजदूर आए हैं, उन्हें भी सूची में शामिल कर भेजने की व्यवस्था की गई है।

पल्लव बोस, आरएम

लखनऊ परिक्षेत्र

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कानपुर से रवाना हुई 42 बसें

संडे को ही एक अन्य श्रमिक स्पेशल ट्रेन अहमदाबाद से कानपुर आई। इस ट्रेन में 1265 मजदूर थे, जिन्हें कानपुर से उनके जनपदों तक पहुंचाने के लिए 42 रोडवेज बसों की व्यवस्था की गई थी। इस ट्रेन में प्रयागराज, बलिया, बांदा, झांसी आदि क्षेत्रों के लोग आए।

Posted By: Inextlive