सिविल सर्विसेस 2016 से हुई शुरुआत का दिखा है 2017 में असर

03 जून को सिविल सर्विसेस 2018 प्री होना है, पीसीएस 2018 प्री 24 जून को है प्रस्तावित

ALLAHABAD: एक दौर था जब इलाहाबाद यूनिवर्सिटी को आईएएस पैदा करने वाली फैक्ट्री कहा जाता था। वक्त बीतने के साथ इलाहाबाद से सिविल सर्विसेस एग्जाम में क्वालीफाई करने वालों का ऐसा सूखा पड़ा कि जब भी सिविल सर्विसेस एग्जाम का फाइनल रिजल्ट घोषित होता। इलाहाबाद से बमुश्किल इक्का दुक्का नाम ही सफलता की श्रेणी में शामिल हो पाते थे। साल 2009 कुछ राहत लेकर आया, जब लम्बे समय बाद अल्लापुर की ईवा सहाय ने सिविल सर्विसेस के परीक्षा परिणाम में तीसरा स्थान हासिल किया।

04, 05 अब 08वां स्थान

हालांकि, ईवा के बाद इलाहाबाद को बड़ी सफलता के लिए लम्बा इंतजार करना पड़ा। पिछले साल आए सिविल सर्विसेस 2016 के परिणाम में चौथे स्थान पर सौम्या पांडे और पांचवें स्थान पर अभिलाष मिश्र ने काबिज होकर इलाहाबादी प्रतियोगियों में जोश भरा। इसका रंग शुक्रवार को आए सिविल सर्विसेस 2017 के परिणाम में भी देखने को मिला। इलाहाबाद को 08वें स्थान पर काबिज अनुभव सिंह ने इतराने का मौका दिया तो वहीं सफलता की श्रेणी में शामिल कई नामों से प्रयाग का गौरव वापस लौटता नजर आ रहा है।

यूपी कैबिनेट ने दी थी मंजूरी

ऐसे समय जब जून में सिविल सर्विसेस 2018 का एग्जाम 03 जून को होना है और यूपी लोक सेवा आयोग की पीसीएस प्री 2018 की परीक्षा 24 जून को प्रस्तावित है। तब 2018 के लिए पीसीएस मेंस में किए गए यूपी कैबिनेट के अहम बदलाव ने साफ संकेत दिये हैं कि अब वह दिन दूर नहीं जब इलाहाबाद की सफलता का ग्राफ ऊंचा ही जाना है। दरअसल, यूपी गवर्नमेंट ने पीसीएस मेंस का पैटर्न आईएएस मेंस की तर्ज पर कर दिया है। इससे अब सिविल सर्विसेस एग्जाम की तैयारी करने वाले पीसीएस की साथ-साथ तैयारी कर सकेंगे। ऐसे में कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिये कि यूपीएससी के 2018 के अंतिम परिणाम में इलाहाबादी मेधा का डंका जमकर सुनाई दे। गौरतलब है कि पीसीएस की परीक्षा में पहले ही सीसैट पैटर्न को लागू किया जा चुका है। ऐसे में परीक्षा के तीन चरण प्री, मेंस और इंटरव्यू का पैटर्न सेम हो चुका है।

पीसीएस मेंस 2018 का नया प्रारुप

200

200 नंबर के अब दो की बजाय एक वैकल्पिक विषय के दो पेपर होंगे

200

200 नंबर के सामान्य अध्ययन के दो की बजाए अब चार पेपर होंगे

150

150 नंबर के हिन्दी और निबंध का पेपर पहले की ही तरह होगा

1500

कुल अंकों की लिखित परीक्षा होगी

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पीसीएस मेंस में पुराना प्रारुप

200

200 नम्बर के दो-दो पेपर होते हैं दो वैकल्पिक विषयों के

200

200 नम्बर के दो पेपर शामिल हैं सामान्य अध्ययन के

150

150

नंबर के दो पेपर होते हैं हिन्दी और निबंध के

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सिविल सर्विसेस मेंस का प्रारुप

250

नंबर का होता है निबंध का पेपर, इसमें अंग्रेजी और भारतीय भाषा का पेपर क्वालीफाइंग होता है।

250

250 नम्बर के सामान्य अध्ययन के चार पेपर होते हैं

250

250 नंबर के एक वैकल्पिक विषय के दो पेपर होते है

1750

अंकों की कुल लिखित परीक्षा होती है

Posted By: Inextlive