जहां पूरी दुनिया में जमीनों पर कब्‍जे को लेकर युद्ध में अरबों रुपये के गोला-बारूद दागने पर लाखों लोगों की जान चली जाती है। वहीं एक जगह ऐसी भी है जहां 400 सालों से बिना लड़ाई और गोलीबारी के दो देश आपस सीमा बदलते रहे हैं। यह परंपरा आज भी बदस्‍तूर जारी है। आइए जानते हैं बिना किसी विवाद के एक द्वीप हर छह महीने में एक से दूसरे देश का हिस्‍सा बन जाता है।


फ्रांस और स्पेन की सीमा पर है यह द्वीपबिदासोआ नदी फ्रांस और स्पेन की सीमा को एक स्थान पर अलग करती है। इस सीमा से लगा फ्रांस का शहर हेंडेई और स्पेन का शहर ईरून है। इन दोनों शहरों के बीच बिदासोआ नदी के बीचोंबीच एक मानव निर्मित द्वीप है। इसका नाम फेशन है। यह एक निर्जन द्वीप और न्यूट्रल टेरेटरी मानी जाती है।फ्रांस और स्पेन के बीच जंग खत्म होने की बात इसी द्वीप पर
इस द्वीप का ऐतिहासिक महत्व है। दोनों देशों के बीच 30 साल से चली आ रही जंग खत्म होने के 10 साल बाद शांति और आपसी सौहार्द्र की वार्ता इसी द्वीप पर हुई थी। बातचीत में दोनों देशों ने एक पीस संधि पर साइन भी किया जिसे पाइनीस की संधि कहा जाता है। इस संधि की एक खास बात यह भी रही कि संधि खत्म होने के साथ ही फ्रांस के राजा लुई 14वें ने स्पेन के राजा फिलिप चतुर्थ की बेटी से शादी कर ली।संधि में तय हुआ दोनों देश मिलकर शेयर करेंगे द्वीप


1659 में हुई इस संधि में इस बात पर रजामंदी हुई थी कि यह द्वीप 1 फरवरी से 31 जुलाई तक स्पेन के पास रहेगा और बाकी के छह महीने फ्रांस का इस पर आधिपत्य रहेगा। यह सिलसिला तभी से चला आ रहा है। दोनों देश आज भी इस संधि का पूरी ईमानदारी के साथ पालन करते हैं। यह इलाका 200 मीटर लंबा और 40 मीटर चौड़ा है। कुछ खास मौकों पर यह लोगों के लिए खोला जाता है।

Posted By: Satyendra Kumar Singh