Mann Ki Baat में पीएम बाेले, देश के युवाओं को अव्यवस्था-अराजकता से है नफरत
कानपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश की जनता के मन की बात के जरिए देश को संबोधित किया। यह कार्यक्रम ऑल इंडिया रेडियो, डीडी नेशनल, डीडी भारती और डीडी न्यूज पर प्रसारित हुआ। पीएम नरेंद्र मोदी की इस साल की यह आखिरी मन की बात है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले दशक में युवा भारत की अहम भूमिका निभाएगा। आज का युवा व्यवस्था में विश्वास करता है और विभिन्न मुद्दों पर एक राय भी रखता है। मैं इसे एक महान चीज मानता हूं। हमारे देश के युवाओं को अराजकता से नफरत है, वे भेदभाव को पसंद नहीं करते हैं। हम सब जानते हैं कि युवा पीढ़ी बहुत प्रतिभाशाली है। मेरा मानना है भारत के लिए आने वाला दशक केवल युवाओं के विकास के लिए नहीं होगा, बल्कि युवाओं की क्षमताओं से प्रेरित राष्ट्र का विकास भी होगा।
PM Modi in #MannKiBaat: I believe, the coming decade for India will not only be for development of youth but also development of nation driven by capabilities of youth. https://t.co/mOxo52uun7
— ANI (@ANI)
पश्चिमी चंपारण की एक कहानी का जिक्र किया
इस दाैरान पीएम मोदी ने कहा कि देश के विकास को गति देने में वो लोग सक्रिय भूमिका निभायेंगे जिनका जन्म 21वीं सदी में हुआ है, जो इस सदी के महत्वपूर्ण मुद्दों को समझते हुये बड़े हो रहे हैं। पीएम ने बिहार के पश्चिमी चंपारण की एक कहानी का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यहां अभी हाल ही में मुझे बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के भैरवगंज स्वास्थ्य केंद्र के बारे में पता चला। इस स्वास्थ्य केंद्र में पड़ोसी गांवों के हजारों लोग मुफ्त स्वास्थ्य जांच के लिए आते हैं। यह कार्यक्रम सरकार का नहीं था बल्कि यह एक स्कूल के पुराने छात्रों द्वारा उठाया गया कदम था। इसका नाम संकल्ब 85 था। 1985 बैच के विद्यार्थियों ने एल्युमनाई मीट रखी और कुछ करने का विचार किया।
सूर्य ग्रहण की खूबसूरत तस्वीरें देखने को मिली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में हर किसी की तरह, मैं भी 26 दिसंबर को सूर्यग्रहण देखना चाहता था, लेकिन दुर्भाग्य से दिल्ली में बादलों के कारण यह दिखाई नहीं दे रहा था। हालांकि, हमें कोझीकोड और भारत के कुछ अन्य हिस्सों से सूर्य ग्रहण की खूबसूरत तस्वीरें देखने को मिली। हालांकि इस दाैरान मुझे विशेषज्ञों से बातचीत करने का मौका भी मिला। मुझे जानकारी दी गई कि चंद्रमा, पृथ्वी से काफी दूर होता है और सूर्य को पूरी तरह से ढक नहीं पाता है इसलिए एक अंगूठी के आकार का दृश्य देखने को मिलता है।