प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवा की शाम 6 बजे राष्ट्र को संबोधित किया। नोवल कोरोना वायरस संकट के दौरान पीएम कई बार देशवासियों से चर्चा कर चुके हैं। इनमें जनता कर्फ्यू व लाॅकडाउन से लेकर राहत पैकेज की घोषणा तक शामिल है।

नई दिल्ली (पीटीआई)। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह त्यौहार का समय है। त्यौहार खुशियां और उल्लस लेकर आता है। इस दौरान छोटी सी लापरवाही हमें बड़े दुख की ओर धकेल सकती है। प्रधानमंत्री ने मीडिया के लोगों से कहा कि वे इसे लेकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करें। साथ ही पीएम ने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वालों को भी लगातार जनता को कोविड-19 गाइडलाइन से लोगों को परिचित कराते रहने, उनके पालन करने और जागरूक करने की अपील की।
लापरवाही बरतने का मतलब खुद को तथा अपने को खतरे में डालना
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि हमें यह याद रखना होगा कि लाॅकडाउन गया है वायरस नहीं, यह अब भी मौजूद है। भारत में कोविड-19 से मौत की दर प्रति 10 लाख लोगों में 83 है जबकि यह आंकड़ा अमेरिका, ब्राजील और स्पेन में प्रति 10 लाख 600 है। कोविड-19 खत्म नहीं हुआ है इसलिए यह समय लापरवाही बरतने का नहीं है। कई वीडियो में देखने आया है कि बहुत सारे लोग लापरवाही बरत रहे हैं। यह ठीक नहीं है। पीएम ने कहा कि यदि आप बिना मास्क के घूम रहे हैं तो आप खुद को, अपने बच्चों को और बुजुर्गों को खतरे में डाल रहे हैं। सरकार वैक्सीन को प्रत्येक नागरिक तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए प्रयास कर रही है।
भारत में हालत संभली हुई है, लापरवाही बरतने का टाइम नहीं
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान जनता कर्फ्यू से लेकर अब तक बहुत लंबा सफर तय किया है। अब बाजार में धीरे-धीरे रौनक लौट रही है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि लाॅकडाउन चला गया है लेकिन वायरस नहीं गया है। भारत आज जिस संभली हुई स्थिति में है उसे बिगड़ने नहीं देना है। देश में रिकवरी रेट अच्छी है मृत्यु दर कम है। अमेरिका और ब्राजील जैसे देशों से भारत में हालात जनसंख्या प्रतिशत के हिसाब से बहुत बेहतर है।
जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं, त्यौहार में लापरवाही न बरतें
दुनिया भर में लोग कोरोना को हराने के लिए युद्धस्तर पर काम चल रहा है। भारत में भी प्रयास चल रहे हैं। कोरोना की वैक्सीन जब भी आएगी प्रत्येक नागरिक तक टीका पहुंचाने के लिए तेजी से काम चल रहा है। जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक हमें ढिलाई नहीं बरतनी है। लापरवाही बिल्कुल नहीं बरतनी है क्योंकि अमेरिका और यूरोपीय देशों में लापरवाही की वजह से संक्रमण दोबारा तेजी से फैला है। त्यौहार उल्लास लाता है। लारवाही न बरतें, समय-समय पर साबुन से हाथ धोएं, मास्क जरूर लगाएं और दो गज की दूरी बना कर रखें।

#WATCH: Prime Minister Narendra Modi urges citizens to follow #COVID19 appropriate behaviour, appeals to them with folded hands.
"I pray to all of you, I want to see all of you safe and your families happy. I want to see festivals bring cheer your lives," says PM. pic.twitter.com/TRiFYKxDjr

— ANI (@ANI) October 20, 2020


महामारी के दौरान पीएम कई बार कर चुके हैं राष्ट्र को संबोधित
कोरोना वायरस संकट के बीच एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश को संबोधित किया। इससे पहले पीएम मोदी ने ट्वीट करके देखवासियों को जानकारी दी थी कि वे शाम 6 बजे राष्ट्र के साथ एक संदेश साझा करेंगे। पीएम ने देशवासियों से जरूर जुड़ने की अपील की थी। कोरोना वायरस संकट के दौरान प्रधानमंत्री कई बार राष्ट्र को संबोधित कर चुके हैं। अपने पूर्व के संबोधनों में प्रधानमंत्री ने संकट से बचाव के विभिन्न उपायों के बारे में बात की, लाॅकडाउन की घोषणा की, महामारी पर अंकुश लगाने के लिए उठाए गए उपायों पर चर्चा की और आर्थिक और कल्याणकारी पैकेजों की घोषणा कर चुके हैं। आज शाम 6 बजे राष्ट्र के नाम संदेश दूंगा। आप जरूर जुड़ें।
Will be sharing a message with my fellow citizens at 6 PM this evening.— Narendra Modi (@narendramodi) October 20, 2020
पीएम का ट्वीट पढ़ते ही देशवासी लगाने लगे अपनी ओर से कयास
पीएम नरेंद्र मोदी के ट्वीट के बाद से ही देशवासी अपने-अपने अनुसार अंदाजा लगाने लगे। प्रधानमंत्री मंत्री ने बीती 24 मार्च की रात को देश को संबोधित करते हुए कोरोना के कहर को रोकने के लिए देश में लाॅकडाउन का ऐलान किया था। इससे पहले पीएम मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू पर लोगों से समय देने की अपील की थी। पीएम नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर, 2016 को शाम 8 बजे टीवी पर देशवासियों को संबोधित करते हुए 1,000 और 500 रुपये के नोट को तुरंत बंद करने का संदेश भी दे चुके हैं।

Posted By: Satyendra Kumar Singh