डॉ बंसल हत्याकांड में नाकामी करा रही पुलिस की किरकिरी

ALLAHABAD: डॉ। एके बंसल हत्याकांड को 12 दिन बीत चुके हैं। लेकिन पुलिस अब भी एक अदद सुराग की तलाश में दर-दर भटक रही है। हत्याकाण्ड के खुलासे में नाकामी से हो रही किरकिरी से पुलिस टेंशन में है तो डॉक्टर्स का गुस्सा भी बढ़ रहा है। घटना की जांच कर रही पुलिस को शक है कि हास्पिटल ही कोई व्यक्ति है जो हत्याकांड का राजदार है। लेकिन वह शख्स कौन है, पुलिस यह पता नहीं कर पा रही है। हालांकि इस बीच पुलिस ने कई संदिग्ध कर्मचारियों को उठाकर पूछताछ की मगर अभी तक पुलिस को इस मामले में कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है।

जीवन ज्योति हॉस्पिटल में 12 जनवरी को चैंबर में घुसकर निदेशक डॉ। एके बंसल की हत्या कर दी जाती है। हास्पिटल स्टाफ से भरा रहता है, लेकिन कोई भी हत्यारों के बारे में कुछ नहीं बता पा रहा है। पुलिस के लिए यही सबसे बड़ा सिरदर्द है। सनसनीखेज हत्याकांड के खुलासे के लिए एसटीएफ, क्राइम ब्रांच समेत कई टीमों टीमों को लगाया गया है। लेकिन पुलिस के तेज तर्रार अधिकारी अभी भी अंधेरे में तीर चलाते नजर आ रहे हैं। उनके हाथ एक भी क्लू नहीं लग सका है, जिससे जांच को कोई दिशा मिल सके। चौंकाने वाली बात यह है कि डॉ। बंसल जो फोन इस्तेमाल करते थे उस मोबाइल फोन से काल रिकार्ड एप, व्हाटसएप डाटा समेत कई अहम डाटा डिलीट कर दिया गया, जो इस बात की ओर इशारा करता है कि कोई अंदर का आदमी हत्याकांड का राजदार है। लेकिन वह अभी तक पुलिस की पहुंच से दूर है।

संदिग्धों से पूछताछ जारी है। तथा कुछ लोगों पर पुलिस की नजर है। हत्यारों की तलाश जारी है। जल्द ही खुलासा किया जाएगा।

शलभ माथुर, एसएसपी

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डॉक्टरों व व्यापारियों ने किया प्रदर्शन

प्रयाग व्यापार मंडल व सिटीजन कोरम के संयुक्त तत्वाधान में बालसन चौराहे स्थित गांधी प्रतिमा पर एक विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान काले झण्डे दिखाते हुए सैकड़ों की संख्या में शामिल डाक्टर और व्यापारियों ने डाक्टर बसंल के हत्यारों को गिरफ्तार न करने पाने वाली पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर डा आलोक मिश्रा, डा सुशील सिंहा, डा त्रिभुवन सिंह, राना चावला, अशोक सिंह, नीरज गुप्ता, लालू मित्तल, रमेश केसरवानी समेत सैकड़ों की संख्या में डाक्टर व व्यापारीगण शामिल थे।

Posted By: Inextlive