भ्रष्टाचार दंगों और हत्या के मामलों में भारत में नेता जेल जाते हैं. कई पूर्व मुख्यमंत्री और मंत्री जेल जा चुके हैं. एक नज़र कुछ बड़े नेताओं पर जो जेल गए.


लालू यादव, पूर्व मुख्यमंत्री, बिहारलालू यादव को बिहार के चारा घोटाले के सिलसिले में जेल जाना पड़ा है. ये मामला चाइबासा कोषागार से 37.7 करोड़ रुपए निकालने का है. चाइबासा तब अविभाजित बिहार का हिस्सा था.साल 1996 से सीबीआई ने इस मामले की जांच की.ओमप्रकाश चौटाला, पूर्व मुख्यमंत्री, हरियाणाजगन्नाथ मिश्रा भी चारा घोटाले में दोषी पाए गए हैं.केंद्रीय पूल से देश भर के मेडिकल कॉलेजों में दाख़िले के लिए त्रिपुरा को आवंटित एमबीबीएस सीटों पर धोखाधड़ी से अयोग्य उम्मीदवारों को नामित करने के मामले में उन्हें दोषी ठहराया गया.मसूद पहले समाजवादी पार्टी में थे लेकिन बीते विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे.माया कोडनानी, पूर्व मंत्री, गुजरातनरेंद्र मोदी की सरकार में मंत्री रही माया कोडनानी गुजरात दंगों में दोषी हैं. उन्हें एक विशेष अदालत ने 28 साल की सज़ा सुनाई है.


साल 2002 में नरोदा पाटिया में हुए दंगों में 97 मुसलमानों की मौत हो गई थी. 28 फ़रवरी 2002 को गोधरा कांड के बाद हुई इस घटना के लिए 32 लोगों को दोषी पाया गया था.बंगारू लक्ष्मण एक नकली हथियार सौदे के लिए रिश्वत लेने के दोषी पाए गए.

र्व संचार मंत्री सुखराम को वर्ष 1996 में एक कंपनी को ठेका देने के बदले तीन लाख रूपए की घूस लने के आरोप में तीन साल की सज़ा मिली. हालांकि बाद में उन्हें ज़मानत मिल गई और उनकी ज़मानत अवधि को सुप्रीम कोर्ट ने बढ़ा दिया था.वे नरसिंह राव सरकार में संचार मंत्री रहे. उनके बेटे अनिल शर्मा अभी हिमाचल प्रदेश सरकार में मंत्री हैं.

Posted By: Satyendra Kumar Singh