- प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से सहमति लेने के बाद भूल गई शर्तें पूरी करना

- अनुपालन आख्या रिपोर्ट मांगी, जल्द पीसीबी टीम निरीक्षण भी करेगी

फीरोजाबाद। इकाई संचालन के लिए जब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की सहमति चाहिए थी तो इकाइयों ने हर ¨बदु पर हामी भरी। इकाई में यह इंतजाम भी होंगे। पानी के लिए यह व्यवस्था होगी। प्रदूषण रोकने के लिए फलां-फलां इंतजाम होंगे तथा दूषित पानी का प्रयोग ऐसे किया जाएगा, लेकिन सहमति का कागज हाथ में आने के बाद में सभी शर्तों को भूल गए। सहमति पत्र के साथ में लगाई गई शर्तों की अनुपालन आख्या तक पीसीबी को भेजना जरूरी नहीं समझा। अब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इन इकाइयों पर शिकंजा कसने की तैयारी की है।

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा इकाई संचालन की सहमति के साथ में शर्तें बताई जाती हैं, लेकिन फीरोजाबाद के अधिकांश कारखानों ने शर्तों के साथ सहमति तो प्राप्त की, लेकिन इन शर्तों को पूरा करने की तरफ ध्यान नहीं दिया है। कारखानों में आज भी पुराने ढर्रे पर काम चल रहा है। कहीं पर दूषित पानी को गढ्डों में एकत्रित किया जा रहा है तो कहीं पर प्रदूषण रोकने के इंतजाम नहीं। तमाम कारखानों में पानी के शुद्धिकरण की तरफ भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इस पर अब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड गंभीर हो गया है। ऐसे में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने ऐसी सभी इकाइयों को नोटिस जारी करना शुरू कर दिया है, जिन इकाइयों ने अभी तक अनुपालन आख्या नहीं सौंपी है, उनकी पत्रावलियां निकाल कर नोटिस जारी किए जा रहे हैं। विभागीय सूत्रों की माने तो करीब 150 से ज्यादा इकाई को नोटिस भेजे गए हैं।

निरीक्षण करें अफसर तो खुले पोल

फीरोजाबाद में कांच एवं चूड़ी कारखानों में प्रदूषण बोर्ड द्वारा तय किए गए मानकों का पालन नहीं हो रहा है। अगर विभागीय अफसर ईमानदारी से कारखानों का निरीक्षण करें तो इसकी पोल खुल जाएगी। कई कारखानों में से गंदा पानी नालियों में बहाया जा रहा है तो कुछ कारखानों में चिमनियों से दिन में तीन बार निकलने वाला काला धुआं आसपास रहने वालों को परेशान कर जाता है।

Posted By: Inextlive