रूस समर्थक लड़ाकों ने पूर्वी यूक्रेन की एक और सरकारी इमारत पर हमला करके उस पर कब्जा कर लिया है. इन लड़ाकों ने सरकारी इमारतें खाली करने या बल प्रयोग का सामना करने की यूक्रेन सरकार की समय सीमा को नज़रअंदाज़ कर दिया है.


यूक्रेन सरकार ने कहा है कि अगर ये लड़ाके तय समय सीमा का पालन नहीं करते तो यूक्रेन की सेना बलपूर्वक इन इमारतों को खाली कराएगी.यूक्रेन के अंतरिम राष्ट्रपति ओलेक्जेंडर तुर्चिनोव ने इन लड़ाकों को सरकारी इमारतों को छोड़ने के लिए ग्रीनीच मानक समय के अनुसार छह बजे (भारतीय समय के अनुसार दिन के 11.30 बजे) तक का समय दिया था. अंतरिम राष्ट्रपति ने इसके बाद सैन्य कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी.रूस समर्थक लड़ाकों ने सरकार की की तय की गई समय सीमा का उल्लंघन करते हुए पूर्वी यूक्रेन में सरकारी इमारतों पर कब्जा करना जारी रखा है.प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने होर्लीव्का क़स्बे में एक पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया और इमारत को कब्जे में ले लिया.जनमत संग्रहनेटो के महासचिव ने भी पूर्वी यूक्रेन के ताज़ा घटनाक्रम पर चिंता ज़ाहिर की है.


संयुक्त राष्ट्र में अमरीकी राजदूत का कहना है कि हमलों में रुस के शामिल होने के संकेत दिखते हैं. रूस ने पूर्वी यूक्रेन के ताज़ा घटनाक्रम में अपनी भूमिका के आरोपों को सिरे से ख़ारिज कर दिया है.

पूर्वी यूक्रेन में बड़ी संख्या में रूसी भाषी लोग रहते हैं. फ़रवरी में रूस समर्थक राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच को सत्ता से हटाए जाने के बाद से ही इन इलाक़ों में यूक्रेन विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं.यूक्रेन के राष्ट्रपति तुर्चिनोव ने कहा है कि यूक्रेन के पूर्वी इलाक़ों में क्राईमिया में हुए घटनाक्रम को दोहराने नहीं दिया जाएगा.उन्होंने कहा, "हमलावर...देश के पूर्वी हिस्सों में अव्यवस्था के बीज बो रहा है."तुर्चिनोव ने यह भी कहा कि सोमवार तक हथियार डाल देने वाले लड़ाकों के ख़िलाफ़ कोई मामला नहीं चलाया जाएगा.

Posted By: Satyendra Kumar Singh