- राजधानी के बीचों-बीच स्थित शिवपुरी की स्थिति भयावह

-शहर की यह स्थिति है तो सुदूर एरिया की क्या होगी स्थिति

PATNA: सावन शुरू होते ही लोग बारिश का मजा लेने लगते हैं लेकिन इस सावन में पटना स्थित रोड नंबर जीरो शिव नगरी मुहल्ला पानी में डूब रहा है। मुहल्ले में चलना दुभर है, यहां के नालियों का पानी बीच सड़क पर बह रहा है। मुहल्लेवासियों ने कई बार नगर निगम से शिकायत की लेकिन ठोस अमल नहीं हो पाया। हां खानापूर्ति के लिए कुछ कर्मी जरूर पहुंचते हैं जो कुछ घंटे काम करने के बाद लौट जाते है और स्थिति यथावत बनी रहती है। सबसे ज्यादा परेशानी ओल्ड ऐज महिलाओं को है। 80 वर्षीय समृति देवी का कहना है कि पहले मॉर्निंग वॉक करती थी अब गेट के बाहर कदम रखना भी खतरे से खाली नहीं है। एरिया में सभी नालियां और चैंबर जाम है जिसे पटना नगर निगम ठीक कराने के लिए कोई काम नहीं कर रहा है जबकि हालत सिर्फ इस बरसात की नहीं है बल्कि पूरे माह यही स्थिति रहती है। बरसात आते ही एरिया जलमग्न हो जाता है। यहां के निवासियों के पास कोई विकल्प नहीं बचता है।

जलजमाव के कारण पड़े बीमार

शिवपुरी का शायद ही ऐसा कोई घर होगा जहां परिवार क ा कोई सदस्य बीमार ना हो या बीमारी से नहीं गुजरा हो। खासकर मलेरिया से कई लोग ग्रसित है और अब मलेरिया के नाम से ही इन्हें डर लगता है। इनका साफ मानना है कि जबतक यहां से पानी को ड्रेन नहीं किया जाता तब तक यहां से बीमारी दूर नहीं होने वाली है। साथ ही नाली के पानी से लोगों को स्कीन इंफेक्शन भी हो रहा है। फिर भी लोग पानी में डूब के जाने को मजबूर हैं।

पार्षद नहीं देती ध्यान

शिवपुरी वार्ड नंबर सात में है और इसकी पार्षद परमिला देवी हैं जो कभी भी अपने दफ्तर से बाहर इन लोगों की स्थिति का जायजा तक लेने नहीं निकलती। यहां के लोग पार्षद से काफी नाराज दिख रहे हैं। इनका कहना है कि वोट लेने समय परमिला देवी ने कितने लुभावनी बातें की थी लेकिन आज जब पूरे मुहल्ले पर आफत बरसी है तो ये अपने कान बंद कर ली हैं। आलम यह है कि घर के बाहर तो पानी जमा है ही जब गाडि़यां चलती है तो गंदा पानी घरों के अंदर चला जाता है।

अब होगा आंदोलन

यहां के लोग नगर निगम के लचर रवैये से इतने नाराज हैं कि अब ये सड़क पर उतरने का मन बना रहे हैं। इसके साथ ही यहां की वार्ड पार्षद के खिलाफ मोर्चा भी खोलने की बात कर रहे हैं ताकि भविष्य में कोई जिम्मेवार पार्षद बन सके।

पार्षद ने किया मोबाइल बंद

वार्ड पार्षद परमिला देवी से जब बात करने की कोशिश की गयी तो पहले बताया गया वो घर पर नहीं है और जब उनके मोबाइल पर फोन किया गया तो फोन लगातार बंद आ रहा था। इससे साफ जाहिर है कि मैडम बात करने से परहेज कर रही थी।

समस्या एक माह नहीं बल्कि पूरे वर्ष यही हालत रहती है यहां। नाली का पानी सड़क पर बहता है, जिससे जीना मुहाल हो गया है। चाह कर भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं और ना ही हमारे वार्ड पार्षद कुछ कर रहे हैं।

- सरोज कुमार, लोकल पब्लिक

दूसरे मुहल्ले का पानी भी यहीं आकर जमा हो जाता है, इस वजह से मच्छर बढ़ने से बीमारियां बढ रही है लेकिन निगम शांत है। साथ ही कई दुकानदारों ने भी अतिक्रमण कर रखा है जिससे नालियों का चैंबर जाम हो गया है।

- बीके गुप्ता, लोकल पब्लिक

पार्षद कोई काम नहीं करती है, समस्या लेकर निगम जाने के बाद भी पार्षद कुछ नहीं कर रही हैं। कुछ माह पहले सड़क को नापा गया लेकिन आज तक योजनाएं ठंडे बस्ते में है।

-सुशीला गुप्ता, लोकल पब्लिक

कोई देखने वाला नहीं है, कभी-कभी लगता है कि हम राजधानी में नहीं बल्कि वैसे गांव में रहते हैं जहां कोई देखने वाला नहीं है। लेकिन अब समय आ गया है कि स्थिति से स्वयं निपटे।

-अभिषेक, लोकल पब्लिक

Posted By: Inextlive