-राजाबाजार में डेढ़ घंटे जाम, आगजनी और हंगामा

-पुलिस-पब्लिक में भिड़ंत, लाठी चलानी पड़ी पुलिस को

PATNA: राजधानी पटना के सबसे लंबे रोड बेली रोड पर तब मौत के बाद भगवान बिन्द की डेडबॉडी का तमाशा बन गया जब एक तरफ से उसे पुलिस खींचने लगी और दूसरी तरफ से पब्लिक। दोनों के अपने-अपने पुख्ता कारण थे। पुलिस लॉ एंड ऑर्डर संभालना चाह रही थी और पब्लिक भगवान बिंद के हत्यारों को अरेस्ट करने की मांग।

रोड पर आगजनी, नारेबाजी, जाम

हुआ ये कि सवा दो बजे लोगों ने राजा बाजार स्थित मछली बाजार के पास भगवान बिन्द की डेडबॉडी रख रोड जाम कर दिया। देखते ही देखते दोनों तरफ से जाम हो गया। लोगों ने सड़क पर टायर जला कर खूब नारेबाजी की। लोगों का आरोप है कि ठेकेदार जिसके यहां भगवान बिंद मजदूरी करता था पैसे मांगने के लिए गया तो उसे इतना पीटा गया कि उसकी मौत हो गई। उसके सिर में गहरे चोट के निशान साफ देखे जा सकते थे।

कई थानों की पुलिस पहुंच गई

पिटाई के बाद आईजीआईएमएस में मौत की खबर से लोग आक्रोशित हो गए और डेडबॉडी को मछली बाजार के पास बीच रोड पर ट्रॉली पर रख प्रदर्शन करने लगे। रोड जाम और स्थिति तनावपूर्ण होने की जानकारी मिली तो कई थाने की पुलिस आ धमकी। सिटी एसपी सेन्ट्रल चंदन कुशवाहा भी दल-बल के साथ पहुंच गए। किसी भी तनावपूर्ण स्थिति से निबटने के लिए पुलिस ने राजाबाजार में खुद को तैयार कर लिया।

लाठी चलानी पड़ी पुलिस को

देर तक परिजनों को मनाने का दौर चला। सवा तीन बजे परिजन माने। इस बीच पुलिस ने हल्का लाठी चार्ज भी किया। लोगों को खदेड़ा और बेली रोड से जाम हटाने की कोशिश करती रही। बावजूद इसके डेढ़ घंटे तक रोड जाम रहा। किसी तरह पुलिस ने जीप के बीच वाली सीट पर डेडबॉडी को रखा और पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच ले जान लगीलेकिन आगे फिर हंगामा हो गया।

जीप से उतार लिया डेडबॉडी

जैसे ही शेखपुरा मोड़ से थोड़ा पहले ही जीप पहुंची, लोग फिर से जीप के आगे आ गए। डेडबॉडी को लोगों ने पुलिस से अपने कब्जे में ले लिया। लोग डेडबॉडी लेकर आईजीआईएमएस तक पहुंचे कि पुलिस और पब्लिक के बीच भिड़ंत हो गई। भगवान के डेडबॉडी को एक तरफ से पुलिस अपनी तरफ खींचने लगी तो दूसरी तरफ से भगवान के परिजन खींचने लगे। अजीब स्थिति हो गई। ओह

पुलिस ले गई डेडबॉडी

पुलिस को सख्ती दिखानी पड़ी। तय हुआ कि पीएमसीएच के बजाय आईजीआईएमएस में पोस्टमार्टम कराया जाए। पुलिस डेडबॉडी को पोस्टमार्टम के लिए आईजीआईएमएस ले गई। मौके पर तैनात अफसरों ने मुआवजे की बात की, लेकिन परिजन मानने को तैयार नहीं थे। देर शाम तक परिजन आईजीआईएमएस में डटे रहे। पुलिस परिजनों के आरोप की पड़ताल कर रही है। दशरथ बिंद को दो बेटों में से एक की मौत हो चुकी है। एक है। उसे छह बेटियां भी हैं।

Posted By: Inextlive