सरकार ने पूरे देश में कई सरकारी बैंकों के मर्जर की पुरानी योजना को मंजूरी दे दी है। माना जा रहा है कि इस साल के अंत से लेकर अगले साल में तमाम सरकारी बैंक एक दूसरे में मर्ज हो जाएंगे। बैंकों के मर्जर की खबर से तमाम ग्राहक परेशान से हैं उन्हें लग रहा है कि कहीं उनका खाता तो नहीं बंद हो जाएगा या फिर उनका बैंक बदलने से उन्हें कोई बड़ी दिक्कत नहीं होगी इन सवालों का जवाब लेकर आए हैं हम यहां।

लोगों की मानसिक परेशानी
रिपोर्ट के मुताबिक केंद्र सरकार की योजना है कि देश में सिर्फ 12 बड़े सरकारी बैंक काम करें। इसके लिए सरकार तमाम छोटे सरकारी बैंकों का बड़े सरकारी बैंकों में विलय करने जा रही है। यह खबर तमाम बैंक ग्राहकों को परेशान करने वाली है, क्योंकि वो सोच रहे हैं कि कहीं उनका अकाउंट तो नहीं बंद हो जाएगा या फिर उनकी बैंक ब्रांच बदल जाएगी। बैंक के दोबारा केवाईसी, पासबुक और एटीएम को लेकर भी लोग शंका में है। आइए जाने कि बैंकों के मर्जर के बाद आपकी जिंदगी पर क्या फर्क पड़ सकता है।

 

बैंक अकाउंट बंद नहीं ट्रांसफर होंगे
पहली बात यह है कि आपका अकाउंट बंद नहीं होगा, सिर्फ ट्रासंफर होगा। हां यह जरूर है कि छोटे बैंक से बड़े बैंक में अकाउंट शिफ्ट होने से वहां की सर्विसेस और उनका तरीका जरूर बदल जाएगा।

 

पासबुक और एटीएम कार्ड चेंज हो सकते हैं
बैंकों के आपस में विलय के बाद आपके बैंक अकाउंट की पासबुक, एटीएम और डेबिट कार्ड में बदलाव हो सकता है। रिपोर्ट्रू के मुताबिक संभावना जताई जा रही है कि ग्राहकों को अपने नए बैंक के मुताबिक नई पासबुक और एटीएम कार्ड जारी होंगे और शायद उनके अकाउंट नंबर और कार्ड नंबर पहले जैसे ही रहेंगे।


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तमाम ग्राहकों को मिलने लगेंगी ज्यादा सुविधाएं
तमाम बैंक ग्राहकों को वर्तमान में अपनी छोटी बैंक से जो सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। मर्जर के बाद उन्हें नए बड़े बैंक में वो नई सुविधाएं मिलने की पॉसिबिलिटी होगी। हां इतना जरूर हो सकता है कि आपकी बैंक ब्रांच आपके घर पर ज्यादा दूर चली जाए, क्योंकि बैंकों के मर्जर के बाद एक ही एरिया में मौजूद नए बड़े बैंक की ब्रांचेस को भी मर्ज किया जा सकता है।

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शायद नहीं बचेगा इन बैंकों का अस्तित्व
कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बैंकों के विलय के बाद तमाम बैंक नहीं बचेंगे। जैसे कि Punjab National Bank में ओबीसी बैंक, इलाहाबाद बैंक, कॉर्पोरेशन बैंक और इंडियन बैंक के विलय की संभावना है। केनरा बैंक में सिंडिकेट बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक और यूको बैंक मर्ज हो सकता है। इसके अलावा Bank of Baroda में पंजाब एंड सिंध बैंक के मर्जर की खबरें आ रही हैं। यूनियन बैंक में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और देना बैंक का मर्जर हो सकता है। इसके अलावा बैंक ऑफ इंडिया में बैंक ऑफ महाराष्ट्र, आंध्रा बैंक और विजया बैंक के मर्जर की जानकारी है। तो अगर आपका खाता इन छोटे सरकारी बैंकों में है तो मान लीजिए कि मर्जर के बाद आपको अपने बैंकिंग कामकाज को चालू रखने के लिए थोड़ी भागदौड़ करनी पड़ सकती है।


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Posted By: Chandramohan Mishra