प्रदर्शनकारी किसानों की मौतों के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को पूछा कि सरकार द्वारा तीन कृषि क्षेत्र के कानूनों को निरस्त किए जाने से पहले कितने और 'बलिदान किए जाने होंगे'। बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन आज 17 वें दिन में प्रवेश कर गया है।


नई दिल्ली (एएनआई)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी तीन कृषि कानूनों के खिलाफ सड़क पर उतरे किसानों का समर्थन करते हुए लगातार केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं। इस क्रम में शनिवार को भी कांग्रेस नेता ने प्रदर्शनकारी किसानों की मौतों के मुद्दे को उठाते हुए केंद्र सरकार से तीखे सवाल किए। राहुल गांधी ने जारी आंदोलन के दौरान किसानों की मौतों के बारे में मीडिया रिपोर्ट की एक क्लिपिंग का हवाला देते हुए ट्वीट किया और पूछा कि इन कृषि क्षेत्र के कानूनों को निरस्त करने से पहले हमारे किसान भाई को और कितने बलिदान करने होंगे? इस बीच, संसद के पिछले मानसून सत्र में केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन आज 17 वें दिन में प्रवेश कर गया, किसानों की यूनियनें अब रेलवे पटरियों को अवरुद्ध करने की धमकी दे रही हैं।


दिल्ली-जयपुर, दिल्ली-आगरा राजमार्ग को अवरुद्ध करने का प्लान

वहीं शनिवार को किसानों ने दिल्ली की सीमाओं से सटे कई मार्ग बंद कर दिए हैं। 12 दिसंबर तक दिल्ली-जयपुर, दिल्ली-आगरा राजमार्ग को अवरुद्ध करने की उनकी पिछली योजना के अनुसार, अगले कुछ घंटों में और अधिक किसानों के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की संभावना है। प्रदर्शनकारियों को राजमार्गों को अवरुद्ध नहीं करने के लिए पुलिस ने सीमा क्षेत्रों पर सतर्कता बरती है। गुरुवार को केंद्र ने कहा कि अधिक वार्ता के लिए चैनल खुले हैं। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रदर्शनकारियों से अपील की कि वे आंदोलन रोक दें क्योंकि अभी भी बातचीत चल रही है। हालांकि किसान अपनी मांगों को पूरा कराने पर अड़े हैं।

Posted By: Shweta Mishra