- आरडीएसओ और इसरो मिलकर तैयार करेंगे सिस्टम

- पिछले दिनों रेलवे बोर्ड की हुई थी उच्च स्तरीय मीटिंग

- एनसीआर में हैं 404 मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग

आगरा. मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे प्रशासन मैसेज अलर्ट व्यवस्था शुरू करने की तैयारी में है. क्रॉसिंग पर ट्रेन आने से पहले क्रॉसिंग के आस-पास के लोगों के मोबाइल में मैसेज पहुंच जाएगा.

बोर्ड की बैठक में हुआ फैसला

पिछले दिनों रेलवे बोर्ड की उच्चस्तरीय मीटिंग हुई. जिसमें आरडीएसओ अनुसंधान डिजायन एवं मानक संगठन और इसरो (इंडियन स्पेश रिसर्च) ऑर्गेनाइजेशन ने भी हिस्सा लिया. ये दोनों संगठन मिलकर इस सिस्टम को तैयार करने का काम करेंगे.

जीपीएस सिस्टम पर होगा आधारित

मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर मोबाइल मैसेज अलर्ट जीपीएस (ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम) के तहत जियोग्राफिक इनफोरमेशन पर काम करेगा. रेलवे के सूत्रों के मुताबिक रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने इस सिस्टम को जल्द विकसित करने को कहा है. इस सिस्टम के प्रयोग से जैसे ही ट्रेन मानव रहित क्रॉसिंग पर पहुंचेगी, क्रॉसिंग के आस-पास मौजूद लोगों के मोबाइल पर अलर्ट मैसेज आ जाएगा. मैसेज ट्रेन की लोकेशन की जानकारी देगा.

फाइलों में दब गई 'एलसी गेट डिवाइस'

बता दें कि मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर दुर्घटनाओं पर काबू पाने के लिए आरडीएसओ द्वारा 'एलसी गेट डिवाइस' का प्रपोजल तैयार किया गया था. इस सिस्टम से मानव रहित क्रॉसिंग पर ट्रेन के आने से पहले ट्रैक पर अलार्म बजने लगता है, और स्लाइडिंग बूम इंटरलांकिंग स्टार्ट हो जाता है. ट्रेन के दो किमी. दूर होने पर यह सिस्टम एक्टिव हो जाता है, लेकिन कई मीटिंग के बाद इस सिस्टम को लागू नहीं किया जा सका है.

एनसीआर में हैं 1455 रेलवे क्रॉसिंग

उत्तर मध्य रेलवे जोन के तीन मंडलों में 1455 क्रॉसिंग हैं. इनमें 1026 मानवयुक्त क्रॉसिंग और 404 क्रॉसिंग मानव रहित हैं. इस सिस्टम के लागू होने से मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सकेगा.

Posted By: Vintee Sharma