- अब ट्रेंस में मिलेगा रेडी टू ईट क्वॉलिटी फूड, 6 महीने तक नहीं होगा खराब

- क्वालिटी बेहतर करने के लिए इंडियन रेलवे ने डीएफआरएल से किया समझौता

GORAKHPUR: ट्रेन में यात्रा के दौरान खाने की क्वॉलिटी को लेकर शिकायत आम है। अब इस शिकायत को दूर करने और पब्लिक के सफर को 'जायकेदार' बनाने के लिए रेलवे नई व्यवस्था कर रहा है। पैसेंजर्स को बेहतर खाना प्रोवाइड कराने के इरादे से इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) ने डिफेंस मिनिस्ट्री के डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) की डिफेंस फूड रिसर्च लैब (डीएफआरएल) के साथ एमओयू साइन किया है। इसके तहत अब वह डीएफआरएल टेक्नोलॉजी शेयर करेगा, जिससे फूड आइटम्स की क्वालिटी पर खास ध्यान दिया जा सकेगा। इसके साथ ही ये ट्रेंस में आईआरसीटीसी की ओर से प्रोवाइड कराए जाने वाले खाने और पानी के साथ रेडी टू ईट पैकेज्ड फूड की क्वालिटी भी चेक करेगा। इससे पैसेंजर्स को बेहतर क्वालिटी के रेडी टू ईट फूड मिल सकेंगे।

रिटॉर्ट पाउच में होगी पैकिंग

आईआरसीटीसी के डायरेक्टर डॉ। एके मनोचा ने बताया कि रेल पैसेंजर्स को क्वालिटी और साफ-सुथरे रेडी टू ईट पैकेज्ड फूड अवेलबल कराने के लिए लंबा रास्ता तय करना है। इसके लिए आईआरसीटीसी ने पहला कदम बढ़ाया है। अब डीआरडीओ रिटॉर्ट, जिसमें आर्मी, एयरफोर्स और डिफेंस के जवानों को फूड प्रोवाइड किया जाता है, उसमें रेलवे पैसेंजर्स को भी फूड प्रोवाइड कराया जाएगा। रिटॉर्ट विशेष तरह की फ्लेक्सिबल पोलोमेरिक फिल्म्स हैं, जिसकी मदद से कॉमर्शियल स्टेरिलिटी हासिल की जा सकती है।

निकालें और खा लें

आईआरसीटीसी के डायरेक्टर ने बताया कि इसमें पैक्ड फूड आइटम्स रेडी टू ईट होंगे। इनको बाहर निकालकर फौरन खाया जा सकता है। कुछ फूड आइटम्स ऐसे भी होंगे जिन्हें पैक से निकालने के बाद थोड़ी देर तक गर्म पानी में रखने के बाद खाया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि ऐसी टेक्निक का इस्तेमाल करने से ह्यूमन इंटरफेयरेंस कम हो जाता है और इससे संभावित संक्रमण का खतरा भी कम हो जाता है।

जुलाई फ‌र्स्ट वीक से सुविधा

डॉ। मनोचा ने बताया कि रेलवे पैसेंजर्स की सुविधा के लिए डीएफआरएल टेक्नीक से रेडी टू ईट फूड की टेस्टिंग शुरू हो चुकी है। जुलाई के फ‌र्स्ट वीक से 36000 आरटीई पैक के रोल आउट की योजना है। इसकी एक खासियत यह भी है कि इसका यूज करने के बाद इसे आसानी से डिस्पोज भी किया जा सकेगा, जो पैक्ड फूड के मुकाबले काफी आसान होगा।

यह होगा शुरुआती मेनू

वेज बिरयानी

राजमा-चावल

जीरा राइस

टैमरिंड राइस

लेमन राइस

व्हिट उपमा

दाल राइस

चिकन बिरयानी

छह माह तक हो सकेगा इस्तेमाल

डॉ। मनोचा ने बताया कि आईआरसीटीसी के इस प्रयास से रेल पैसेंजर्स को सेफ, मिलावट रहित, पौष्टिक और हेल्दी फूड आइटम्स उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि ट्रेंस में मिलने वाले फूड आइटम्स 150 से 300 ग्राम के पैकेट में अवेलबल होंगे। इन्हें छह महीने तक इस्तेमाल किया जा सकेगा। पैसेंजर्स से मिली प्रतिक्रिया की जांच कराने के लिए प्रारंभिक चरण में फूड आइटम्स को रियायती दाम पर उपलब्ध कराया जाएगा।

Posted By: Inextlive