भारत आए पांच राफेल लड़ाकू जेट विमान गुरुवार को भारतीय वायुसेना में सर्वधर्म पूजा के बाद शामिल हाे गए। इस भव्य पूजा के बाद राफेल लड़ाकू विमानों ने अंबाला के आसमान में उड़ान भरी और अपना करतब दिखाया। पांच राफेल लड़ाकू विमान 29 जुलाई को फ्रांस से भारत पहुंचे थे।

अंबाला (एएनआई)। भारत आए फा्रंस से पांच राफेल लड़ाकू जेट विमान गुरुवार को औपचारिक रूप से भारतीय वायु सेना में शामिल हो गए हैं। इसके लिए एक इंडक्शन समारोह अंबाला एयर फोर्स बेस में किया गया। इस दाैरान भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली अंबाला एयर बेस में पारंपरिक 'सर्व धर्म पूजा' राफेल समारोह की गवाह बनीं। 'सर्व धर्म पूजा' में विभिन्न धर्मों के पुजारियों द्वारा भजन, आरती और मंत्रों का उच्चारण किया गया। इस भव्य पूजा के बाद राफेल लड़ाकू विमानों ने अंबाला के आसमान में उड़ान भरी और अपना करतब दिखाया।

Ambala: Defence Minister Rajnath Singh and Minister of the Armed Forces of France Florence Parly witness air display of Rafale fighter aircraft flanked by SU-30 and Jaguar aircraft in arrow formation pic.twitter.com/l6lAbTNsNJ

— ANI (@ANI) September 10, 2020


भारत के लिए ऐतिहासिक पल
रक्षा मंत्रालय के प्रमुख अधिकारी और सशस्त्र बल के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों में वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया, वायुसेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत भी इस दाैरान माैजूद रहे। घातक बमों से लैस ये विमान हवा में मार करने वाली लंबी दूरी मिसाइलों से भी लैस होंगे। यह भारत के लिए ऐतिहासिक पल हैं। फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली को भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक दोस्ती को चिह्नित करने के लिए इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए निमंत्रण भेजा गया था।

Today, is an achievement for our countries. Together we are writing a new chapter in India-France defence ties: Minister of the Armed Forces of France Florence Parly pic.twitter.com/QtcKWTuqUL

— ANI (@ANI) September 10, 2020
भारत द्वारा हस्ताक्षरित सबसे बड़ा रक्षा सौदा
राफेल के ट्रेनर विमानों के टेल नंबर वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया के सम्मान में आरबी सीरीज के होंगे। वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने ही 36 राफेल लड़ाकू विमानों के लिए भारत के सबसे बड़े रक्षा सौदे को अंतिम रूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारत और फ्रांस ने 36 राफेल लड़ाकू जेट के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। 60,000 करोड़ में यह भारत द्वारा हस्ताक्षरित सबसे बड़ा रक्षा सौदा है। इसके तहत पांच राफेल लड़ाकू विमान 29 जुलाई को फ्रांस से भारत पहुंचे थे।

The speed at which IAF deployed its assets at forward bases creates confidence that our Air Force is fully prepared to fulfil its operational obligations: Defence Minister Rajnath Singh https://t.co/67lrE1f2XH

— ANI (@ANI) September 10, 2020

Posted By: Shweta Mishra