भारत सरकार का स्‍वछ भारत अभियान का नया ऐड प्‍यार गंदा हो सकता है पर देश नहीं हिमाचल के किन्नौर जिले के रक्षम गांव के लोगों पर बिलुकल फिट बैठता है। स्‍वछता के चलते गांव की खूबसूरती देखते ही बनती है। यह गांव साफ-सफाई के चलते आज कई गांवों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन चुका है। गांव के लोगों ने यह साबित कर दिया है कि प्‍यार गंदा हो सकता है पर देश नहीं।


दो हजार है गांव की कुल आबादीइस दो हजार की आबादी वाले गांव में सफाई अभियान को सुचारू रूप से चलाने के लिए वार्ड स्तर पर कई कमेटियां बनाई गई है। इस गांव के चर्चे आज आस-पास के गांव में सुनने को मिल सकते हैं। सफाई मिशन पर बराबर निगरानी के लिए ग्रामीणों की कमेटी गठित की गई है। यह कमेटी गांव की साफ़-सफाई पर सुव्यवस्थित तरीके से नज़र रखती है। गांव के सफाई अभियान का ज़िम्मा दस वार्डों में दस-दस सदस्यों की कमेटी को सौपा गया है।यह कहना है गांव के प्रधान टीकम सिंह का
रक्षम गांव के प्रधान टीकम सिंह का कहना है कि उनका दृढ़ निश्चय है कि इस गांव का हर घर हर गली हर रास्ता और पूरा गांव साफ़-सुथरा बना रहे। उन्होंने कहा कि यह गांव अन्य गांवों के लिए मिसाल और प्रेरक बन सकता है। अपनी बात को जारी रखते हुए प्रधान ने यह भी बताया कि जो वार्ड सबसे ज्यादा साफ रहेगा उसे 15 अगस्त को पंचायत पुरस्कृत करेगी।स्वछता ही है स्वस्थ जीवना का आधार


देश का हर इंसान अगर स्वछता को इतना महत्व देने लगे जितना वह अपनी जिंदगी में कई और चीजों को देता है तो वो दिन दूर नहीं जब हमारे आस-पास का वातावरण एक दम स्वच्छ होगा। बस जरूरत है आपके एक कदम उठाने की। आप एक कदम उठाएंगे तो सामने वाला दो कदम उठाएगा। स्वछता स्वस्थ जीवन का आधार है।

Posted By: Prabha Punj Mishra