रतन टाटा ने जियोमी में किया अघोषित निवेश
दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा ने स्मार्टफोन बनाने वाली चीन की कंपनी जियोमी में हिस्सेदारी खरीदी है. फिलहाल कंपनी ने इस हिस्सेदारी की मात्रा के बारे में खुलासा नहीं किया है. न ही बताया है कि इसे कितने में खरीदा गया है. यह हैंडसेट निर्माता कंपनी में किसी भारतीय का पहला निवेश है. जियोमी इंडिया के प्रमुख मनु जैन ने कहा कि रतन टाटा का बोर्ड में हिस्सा बनना बेहद उत्साहजनक है. भारत में कारोबार को बढ़ाने के लिए उनकी सलाह बेहद मूल्यवान होगी. जियोमी के सह-संस्थापक और प्रेसीडेंट बिन लिन बोले कि चीन के बाहर भारत कंपनी का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण बाजार है. अगले तीन से पांच साल में कंपनी का लक्ष्य नंबर एक बनने का है.
दिसंबर, 2012 में टाटा समूह से रिटायर होने के बाद रतन टाटा प्रमुख पूंजी निवेशक के तौर पर सामने आए हैं. वर्तमान में वह टाटा संस के मानद चेयरमैन हैं. वह पहले ही स्नैपडील, अर्बन लैडर, ब्लूस्टोन और कारदेखो डॉट कॉम जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों में निवेश कर चुके हैं. इस साल मार्च में उन्होंने मोबाइल कॉमर्स फर्म पेटीएम में निवेश किया है.
जियोमी के सीईओ ली जुन ने कहा कि टाटा दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित कारोबारियों में से एक हैं. उनकी ओर से किया गया निवेश भारत में कंपनी की रणनीतियों पर मुहर है. यह एक रोमांचक यात्रा की शुरुआत भर है. कंपनी भारत में नए उत्पादों को लांच करने की तैयारी में है. बीते हफ्ते जियोमी ने अपना पहला ‘मेड फॉर इंडिया’ हैंडसेट एमआइ 4आइ पेश किया था. इसकी कीमत 12,999 रुपये है. जुलाई 2014 में भारतीय बाजार में प्रवेश करने के बाद से कंपनी तेजी से विकास कर रही है.
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