- वोटर कार्ड नहीं बन पाने से राशन कार्ड कम्प्यूटरीकृत फॉर्म भर पाना मुश्किल

- दो से ढाई लाख उपभोक्ता कर चुके हैं आवेदन लेकिन नहीं हो रही सुनवाई

ALLAHABAD: शासन ने भले ही राशन कार्ड कम्प्यूटरीकृत फॉर्म भरकर जमा करने की तारीख बढ़ा दी हो लेकिन इससे लाखों उपभोक्ताओं को फायदा होता नहीं दिख रहा है। यह वह लोग हैं जिनको आवेदन करने के बावजूद वोटर कार्ड नहीं मिला है, जिससे वह फॉर्म भर पाने में असमर्थ साबित हो रहे हैं। फिलहाल इन लोगों का दिन तहसील परिसर का चक्कर काटते बीत रहा है।

ढाई से तीन लाख के पास नहीं वोटर कार्ड

जिले में भी अभी भी दो से ढाई लाख ऐसे लोग हैं जिनके पास वोटर कार्ड नहीं है। इनमें से कई ऐसे हैं जिनका कार्ड मिसिंग हो गया है तो कइयों का नाम अभी तक मतदाता सूची में शामिल नहीं हो सका है। बेनीगंज के रमेश, खुल्दाबाद के जीवन सिंह, चौक के खुर्शीद, राजापुर के विवेक सहित हजारों लोग हैं जिन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान फॉर्म भरकर आवेदन किया था लेकिन वोटर कार्ड नहीं बना। वर्तमान में चल रहे मतदाता सूची विशेष पुनरीक्षण अभियान के तहत भी लोगों ने आवेदन किया है लेकिन उन्हें अभी तक कार्ड मिलना शुरू नहीं हुआ।

नियमों के फेर में फंसी जनता

बता दें कि शासन ने राशन कार्ड डिजिटलाइजेशन के लिए कम्प्यूटरीकृत फॉर्म भरवाया जाना अनिवार्य कर दिया है। फॉर्म भरे जाने के दौरान परिवार के मुखिया का वोटर कार्ड होना जरूरी है। हालांकि शासन ने परिवार के बाकी सदस्यों को इस शर्त से बरी कर दिया है, बावजूद इसके जिले के ढाई से तीन लाख ऐसे राशन कार्ड उपभोक्ता हैं जिनके पास वोटर कार्ड नहीं है। फॉर्म भरने की अंतिम तिथि नजदीक आने से अब ये लोग रोजाना सदर तहसील का चक्कर काटने को मजबूर हैं।

ख्क् नवंबर तक है मौका

राशन कार्ड कम्प्यूटरीकृत फॉर्म भरने की अंतिम तिथि क्भ् नवंबर निर्धारित की गई थी। जनता की मांग को देखते हुए शासन ने इसे बढ़ाकर ख्क् नवंबर कर दिया है। फिर भी फॉर्म भरे जाने की गति में अधिक उछाल नहीं आया है। कारण साफ है कि वोटर कार्ड नहीं होने की वजह से अभी भी लोग इस औपचारिकता को पूरा नहीं कर पा रहे हैं। जिले में क्7.भ्ख् लाख राशन कार्ड उपभोक्ता हैं और अभी भी इनमें से तीन लाख से अधिक फॉर्म नहीं भर सके हैं।

Posted By: Inextlive