अगर आप बीएसएनएल सेवा के तहत कॉल ड्राप्स समस्‍या से सिर्फ कस्‍टमर्स ही नहीं सरकार भी काफी परेशान है। लगातार होक रही इस समस्‍या से निपटने के लिए केंद्रीय दूरसंचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने इसको लेकर ट्राई से भी बात की हैं। इसके साथ ही बीएसएनएल के उपभोक्‍ताओं को जल्‍द ही इस समस्‍या को सुलझाने का अश्‍वासन दिया है।


12000 टावर लगाए गएबीएनएनएल सेवा के तहत कॉल ड्राप्स के संबंध में केंद्रीय दूरसंचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार इस समस्या को लेकर गंभीर हैं।  उनका कहना है कि बीएसएनएल सर्वर में आ रही समस्या को देखते ही दूरसंचार नियामक ट्राई से भी बातचीत की गई है।  उन्होंने कहा कि कॉल ड्रॉप की समस्या से निपटने को एक मात्र हल है बीएसएनएल के टॉवर की संख्या में इजाफा होना है।  ऐसे में अब इस सेवा को बेहतर बनाए जाने के लिए ही  पूरे भारत में कुल 35 हजार नए मोबाईल फोन टावर लगाए जाने है।  हालांकि इस योजना के तहत ही पिछले एक साल में देश भर में करीब 12000 टावर लगाए जा चुके हैं।  बावजूद इसके अभी समस्या का निवारण नहीं हो रहा है।  जिससे अब इस योजना में और तेजी से काम किया जाएगा। समस्या और तेजी से बढ़ी
इस दौरान कंपनी के लाभ हानि का भी जिक्र किया।  कंपनी को वर्ष 2004 में दस हजार करोड रुपये का लाभ और वर्ष 2014 में केंद्र की संप्रग सरकार के दस साल पूरे होने के दौरान 8 हजार करोड रुपये घाटा हुआ।  बताते चलें कि पूरे इंडिया को कनेक्िटंग का दावा करने वाली बीएसएनएल के नेटवर्क प्रॉब्लम कस्टमर्स पर भारी पड़ रही है।  कॉल ड्रॉप की समस्या से हर कोई परेशान है।  जिससे सरकारी विभाग भी काफी प्रभावित हैं।  अधिकारियों के सीयूजी नंबर से और अधिक परेशानी हैं।  इधर काफी दिनों से यह समस्या और तेजी से बढ़ी हैं।

Hindi News from Business News Desk

Posted By: Shweta Mishra