टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री का कार्यकाल आज से खत्म हो गया। शास्त्री इस वर्ल्डकप तक टीम इंडिया का हिस्सा थे। अब उनकी जगह राहुल द्रविड़ भारतीय क्रिकेट टीम के नए कोच बन गए हैं। कोच पद से हटने के बाद शास्त्री क्या करेंगे इस बात के संकेत उन्होंने अभी से दे दिए हैं।

दुबई (पीटीआई)। भारत के निवर्तमान मुख्य कोच रवि शास्त्री ने संकेत दिया है कि वह क्रिकेट कमेंट्री में वापसी कर सकते हैं। 59 वर्षीय भारतीय टीम के मुख्य कोच बनने से पहले एक प्रसिद्ध कमेंटेटर थे। बतौर टीम इंडिया का हेड कोच रवि शास्त्री का कार्यकाल सोमवार को नामीबिया के खिलाफ यहां टी20 विश्व कप के आखिरी मैच के साथ समाप्त हुआ। शास्त्री 2011 में कमेंट्री बॉक्स में थे जब महेंद्र सिंह धोनी ने विश्व कप ट्रॉफी के लिए भारत के 28 साल के इंतजार को समाप्त करने के लिए नुवान कुलशेखर की गेंद पर छक्का लगाया।

भविष्य की योजनाओं के दिए संकेत
नामीबिया के खिलाफ भारत की जीत के बाद मीडिया से बात करते हुए, शास्त्री ने टीम के साथ अपने समय के बारे में बताया और ऐसा करते हुए, अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में संकेत दिए। शास्त्री ने इंग्लैंड के खिलाफ बचे हुए पांचवें टेस्ट का जिक्र करते हुए कहा, “आप सभी जानते हैं कि मैं उस मैच पर कमेंट्री कर सकता हूं, यह अच्छा लगता है।” अटकलें यह भी लगाई जा रही हैं कि वह आईपीएल में कोचिंग की भूमिका निभा सकते हैं।

रवि शास्त्री की बतौर कोच उपलब्धियां
रवि शास्त्री ने टीम इंडिया के लिए कोई आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीता, लेकिन उनकी कोचिंग के तहत भारत को कुछ जबरदस्त उपलब्धियां मिलीं। शास्त्री 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के बाद भारत के मुख्य कोच बने, जबकि उन्होंने पहले भी दो बार टीम निदेशक के रूप में काम किया है।मुख्य कोच के रूप में रवि शास्त्री की पहली नियुक्ति में, भारत ने सभी प्रारूपों में श्रीलंका को 9-0 से हराया। 2018 में, रोहित शर्मा के नेतृत्व में, भारत ने एशिया कप जीता। भारत के कोच के रूप में शास्त्री के लिए एशिया कप एकमात्र मेजर ट्रॉफी है।

ऑस्ट्रेलिया को घर पर दो बार हराया
हालांकि शास्त्री के कार्यकाल की सबसे बड़ी उपलब्धि 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया में आई। भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराया, जबकि वह ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने वाली पहली एशियाई टीम भी बनी। रवि शास्त्री ने दावा किया कि सीरीज जीत 1983 विश्व कप से बड़ी उपलब्धि है। इतिहास ने 2020-21 में खुद को दोहराया जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलिया में फिर से हराया। अजिंक्य रहाणे की टीम ने सीरीज जीतने के लिए तमाम लड़ाइयां लड़ीं।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari