संगमनगरी में गिनती के ही युवाओं को मुहैया कराया जाता है रोजगार

ALLAHABAD: आज के दौर में हर युवा का सपना होता है कि उसे रोजगार का अच्छा अवसर मिले। संगमनगरी इस सपने को पूरा करने में अक्षम साबित हो रहा है। यहां गिनती के युवाओं को ही रोजगार मिलता है। 60 फीसदी से अधिक बेरोजगार दूसरे प्रान्तों में रोजगार की तलाश में पलायन कर रहे हैं।

क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय का आंकड़ा

104403 बेरोजगारों ने क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय के अन्तर्गत इलाहाबाद, प्रतापगढ़, कौशाम्बी व फतेहपुर में रजिस्ट्रेशन कराया है

6312 बेरोजगार पंजीकृत हैं हाईस्कूल से कम पढ़े लिखे

22704 बेरोजगार हैं हाईस्कूल पास

36136 बेरोजगार हैं इंटरमीडिएट पास

32073 बेरोजगार हैं स्नातक डिग्री वाले

7178 बेरोजगार हैं परास्नातक डिग्री वाले

194757 निर्माण श्रमिकों का रजिस्ट्रेशन है मंडल के इलाहाबाद, प्रतापगढ़, कौशाम्बी व फतेहपुर जिलों में

103516 निर्माण श्रमक रजिस्टर्ड हैं इलाहाबाद में

44510 निर्माण श्रमक रजिस्टर्ड हैं फतेहपुर में

24164 निर्माण श्रमक रजिस्टर्ड हैं कौशांबी में

22568 निर्माण श्रमक रजिस्टर्ड हैं प्रतापगढ़ में

अपराधी उठा रहे फायदा

रोजगार देने के नाम पर कंपनियों का फर्जीवाड़ा भी पकड़ में आया है। क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय में 23 अप्रैल को गुड़गांव की तिरुपति इंटरप्राइजेज ने सेल्स एक्जीक्यूटिव के पद पर 12 बेरोजगारों का सलेक्शन किया। उनसे इंटर्नशिप के नाम पर तीन सौ से लेकर 3500 रुपए की वसूली की। सेलेक्टेड बेरोजगार वाराणसी कंपनी की ब्रांच आफिस पहुंचे तो वहां ताला मिला।

60 फीसदी कर रहे पलायन

इलाहाबाद में हर साल प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए पूर्वाचल और पश्चिमांचल से करीब पांच हजार युवाओं की फौज आती है। सेवायोजन कार्यालय के सहायक निदेशक रमाशंकर की मानें तो प्रतिवर्ष 60 फीसदी से ज्यादा बेरोजगार दूसरे प्रदेशों में रोजगार के लिए जाते हैं।

इलाहाबाद में रोजगार के कम अवसर हैं। सेवायोजन कार्यालय में गिनती के बेरोजगारों को ही मौका मिलता है। 60 फीसदी से ज्यादा लोग रोजगार ढूंढ़ने के लिए दूसरे प्रदेशों को जाते हैं।

रमाशंकर, सहायक निदेशक, क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय

Posted By: Inextlive