आज दिन शनिवार 30 मई को है रितुपर्णो घोष की दूसरी पुण्यतिथि. रितुपर्णो ने फ‍िल्‍म जगत को काफी अच्‍छी और यादगार फ‍िल्‍में दी हैं. इस फ‍िल्‍ममेकर की पुण्‍यतिथि पर आइए याद करते हैं उनके 10 बेहतरीन कामों को.

Unishe April (1994)
रितुपर्णो की निर्देशित इस फिल्म को दर्शकों ने खूब पसंद किया. यही नहीं इनकी इस फिल्म के लिए इसकी एक्ट्रेस देबाश्री रॉय को बेस्ट एक्ट्रेस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया. इतना ही नहीं इस फिल्म को भी बेस्ट फीचर फिल्म के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला.
इस फिल्म में मां-बेटी की दिल छू लेने वाली कहानी ने रितुपर्णों को बंगाली फिल्म जगत का बेहतरीन डायरेक्टर बना दिया.   
चोखेर बाली (2003)
फिल्म में ऐश्वर्या राय, प्रसूनजीत और राइमा सेन ने बेहतरीन अभिनय किया. फिल्म आधारित है एक कम उम्र की विधवा के जीवन सफर पर. रितुपर्णो की इस फिल्म को भी बंगाली फिल्म जगत में बेस्ट फीचर फिल्म का पुरस्कार मिला. ये फिल्म रवींद्रनाथ टैगोर के एक उपन्यास पर आधारित है.

The Last Lear (2007)
इस फिल्म ने अंग्रेजी फिल्म जगत में राष्ट्रीय पुरस्कार जीता. घोष की इस फिल्म में बॉलीवुड के कई बड़े एक्टर्स नजर आए. इसमें बिग बी अमिताभ बच्चन के काम को सबसे ज्यादा सराहना मिली. ये फिल्म कहानी है थिएटर और सिनेमा के बीच की.
      
दहन (1997)
इस फिल्म की लोकप्रियता के बारे में सुनकर मन में एक ही सवाल उठता है कि ऐसा क्या था कि फिल्म की दोनों एक्ट्रेसेस (रितुपर्णा सेनगुप्ता और इंद्रानी हलदर) को बेस्ट एक्ट्रेस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला. फिल्म में घोष को बेस्ट स्क्रीनप्ले के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला. फिल्म में एक औरत की न्याय को लेकर लड़ी जाने वाली लंबी लड़ाई दिखाई गई है.
     
अबोहोमन (2010)
फिल्म ने तीन राष्ट्रीय पुरस्कार जीते. इस फिल्म के लिए घोष को एक बार फिर से बेस्ट डायरेक्टर के खिताब से नवाजा गया. इस फिल्म को जब हिंदी में बनाने की प्लानिंग की गई, तो उन्होंने इसमें विद्या बालन को एक्ट्रेस बनाने का मन बना लिया.

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Posted By: Ruchi D Sharma