रोडवेज बस चालकों का बनेगा रिपोर्ट कार्ड
- अब चार चरणों में होगी यात्रियों की शिकायत पर सुनवाई
Meerut . रोडवेज बस में सफर करने वाला यात्री अब खुद अपनी सुरक्षा और सुविधा के लिए सवाल और शिकायत कर सकेगा. यात्रियों की शिकायत के आधार पर ही चालक की अगली डयूटी का निर्धारण होगा. यानि कि यदि किसी बस चालक के खिलाफ लगातार यात्रियों की शिकायतें बढ़ रही हैं और शिकायतों पर एक्शन के बाद भी चालक अपनी कार्यप्रणाली सुधार नही रहा है तो चालक को नौकरी से भी हाथ धोना पड सकता है. इन शिकायतों को चार अलग-अलग कैटगरी में बांट कर रोडवेज शिकायतों की जांच ओर निस्तारण करेगा. गंदगी पर होगा एक्शनरोडवेज बसों से लेकर बस डिपो तक यात्रियों की असुविधा को दूर करने के लिए हालांकि पहले भी रोडवेज ने शिकायत नंबर जारी किया हुआ है, लेकिन अब रोडवेज इन शिकायतों को कैटेगरी में बांट कर शिकायतों का निस्तारण करेगा. इसमें यात्रियों को टिकट न मिलने, लगेज की समस्या, बसों में या बस डिपो में गंदगी, तेज गति में बस चलाना या गलत रास्ते पर बस ले जाना, बस में म्यूजिक बजाना या यात्रियों से अभद्र व्यवहार करना सभी प्रकार की शिकायतों का डिपो प्रभारी, एआरएम, आरएम और जीएम स्तर पर निस्तारण होगा.
बसों की फिटनेस होगी
वहीं चालकों के साथ-साथ अब वर्कशॉप से डयूटी पर निकलने वाली सभी निगम बसों की गहनता के साथ जांच व फिटनेस चेकअप किया जाएगा. फिटनेस में बस के हार्न, लाइट, ब्रेक, शीशे, फर्स्ट एड आदि सभी प्रकार की जांच ओके होने के बाद ही बस को डयूटी पर लगाया जाएगा. इसकी जिम्मेदारी वर्कशॉप प्रभारी से लेकर एआरएम की होगी
वर्जन- चालकों की रैश ड्राइविंग से लेकर बसों में बीच सफर में खराबी की शिकायतें मिलती रहती है. इसलिए चालकों से लेकर बसो की मॉनीटरिंग के लिए नई व्यवस्थाएं बनाई जा रही हैं. - नीरज सक्सेना, आरएम