हाल ही में हुई एक रिसर्च ने साबित किया है कि प्‍यार आपके दिमाग के उन हिस्‍सों पूरी तरह कंट्रोल कर लेता है जिनसे आप महत्‍वपूर्ण निर्णय लेते हैं। जिसके परिणाम स्‍वरूप जब आपकी नजदीकियां बढ़ती है तो आपका ब्रेन उस व्‍यक्‍ति के चरित्र व्‍यक्‍तिव और व्‍यवहार के बारे में कोई राय कायम करने या जानने का प्रयास नहीं करता जैसा कि आप सामान्‍य रूप से किसी व्‍यक्‍ति से मिलने पर करते हैं। आइये जानें रिसर्च में सामने आयी वो बातें जो साबित करती हैं कि प्‍यार सचमुच अंधा होता है।

प्यार किसी सें भी हो असर एक सा ही होता है
शोधकर्ताओं ने करीब 20 युवा मांओं को अपनी रिसर्च में शामिल किया और पाया कि प्यार कोई किसी से भी और कैसे भी करे उसका असर आपके दिमाग पर एक सा ही होता है। यानि प्यार में तर्कशीलता काफी हद तक प्रभावित होती है।
प्यार में नजर नहीं आती कमियां
जब रिसचर्स ने रोमाटिंक रिलेशनशिप में डूबे लोगों पर अध्ययन किया तो पाया कि ब्रन का वो भाग जो सामने वाले को क्रिटिकली परखता है प्यार में पड़े लोगों में कमजोर हो जाता है और व्यक्ति को अपने पार्टनर में कमियां या तो नजर ही नहीं आतीं या बेहद कम नजर आती हैं। दिमाग का ये हिस्सा ही आपकी भूख प्यास और मॉनिटरी गेंस को इंस्टिगेट करता है लिहाजा प्यार में इन सब चीजों पर भी असर पड़ता है।  

सेक्स का नहीं प्यार से रिश्ता
जरूरी नहीं है कि प्यार का कनेक्शन सेक्स की डिजायर से हो। सेक्स रोमांटिक इमोशंस से कुछ हद तक तो ड्राइव होता है पर आप किसी से प्यार करते हैं तो हमेशा सेक्सुअली इन्वाल्व होना चाहेंगे या चाहते हैं ऐसा जरूरी नहीं है।
प्रेणना भी हो सकता प्यार
शोधकर्ताओं ने ये भी पाया है कि प्यार लोगों को प्रेरित भी कर सकता है। प्यार में लोग अपने प्रेमी को मोटीवेट कर सकते हैं। इसलिए अगली बार लोग आप पर प्यार में अंधे होने का आरोप लगाये तो कहियेगा कि ये विज्ञान है आपकी गलती नहीं।

inextlive from Relationship Desk

Posted By: Molly Seth