बीते दिनों सर्जिकल स्‍ट्राइक के बाद भारत और पाकिस्‍तान के बीच हालात काफी खराब हुए। इन हालातों के बीच सबसे ज्‍यादा परेशान हुए दोनों देशों में फंसे एक-दूसरे के नागरिक। इन हालातों में भी भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज ने आपा नहीं खोया। अपनी जिम्‍म्‍ेदारी समझते हुए भारत आईं पाकिस्‍तान की 20 लड़कियों को इन्‍होंने सुरक्षित वापस भिजवाया। कुछ ऐसे ही एक बार फिर इन्‍होंने अपनी दरियादिली का उदाहरण लोगों के सामने रखा है मुश्‍किल में पड़ी मां की मदद करके। कैसे इस बार सुषमा स्‍वराज ने की इस परेशान मां की मदद आइए जानें।

हुआ था कुछ ऐसा
दरअसल हरियाणा के करनाल में रहने वाली सरिता ताकरू के पति की मौत हो गई। सरिता पहले ही दुख में डूबी हुईं थीं। उनके लिए उनके दुख को और भी ज्यादा बढ़ा दिया उनके इकलौते बेटे के दूर होने ने। उनका ये बेटा अमेरिका में था। अब सवाल ये था कि पिता का अंतिम संस्कार भला कैसे हो। इसके लिए बेटे को वापस आना था। वापस आने के लिए उनके बेटे अभय कौल को वीजा की जरूरत थी।
छुट्टी में भी खुलवाई एम्बेसी
वीजा मिलता कैसे। दो दिन की छुट्टी पड़ गई बीच में। अब तो वीजा सीधे गुरुवार को ही मिल पाता। ऐसे हालात में दुखी मां को याद आई अपनी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की। उन्होंने सुषमा स्वराज को ट्विटर पर अपनी परेशानी बताई। फिर क्या था, उनकी समस्या सुनते ही सुषता स्वराज ने एक्शन लिया। छुट्टी में भी उन्होंने एम्बेसी को खुलवाकर उन्होंने अभय के लिए वीजा का इंतजाम करवाया।

I am sorry to know about the sad demise of your husband. Just wait - I will help you. https://t.co/KSvgSZtq8R

— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) October 11, 2016


इससे पहले भी कर चुकी हैं बहुतों की मदद
वैसे ये पहली बार नहीं है। इससे पहले भी सुषमा ट्विटर के जरिए बहुत लोगों की मदद कर चुकी हैं। इससे पहले जब उन्होंने भारत में फंसी पाकिस्तान की लड़कियों की मदद की थी, तब भी उनकी बहुत वाह-वाही हुई थी। लोगों ने चीख-चीखकर उनका उदाहरण पाकिस्तान को दिया था। सिर्फ यही नहीं पाकिस्तान की लड़कियों ने भी वापस पहुंचकर ट्विट करके सुषमा को बहुत-बहुत थैंक्स बोला था।
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Posted By: Ruchi D Sharma