यूक्रेन और रूस के युद्ध को आज 28 दिन हो गए हैं। यूक्रेन ने रूस पर आरोप लगाया है कि मारियुपोल में कुछ रेस्क्यु वर्कर्स और ड्राइवर खाना दवाई और अन्य जरुरत को सामान लेने शहर में बने मानवीय गलियारे से बाहर निकले थे तब रूस ने उन्हें पकड़ लिया।


कीव (एपी)। रूस पर यूक्रेन ने आरोप लगाए हैं कि यूक्रेन के मारियुपोल शहर में 15 रेस्क्यु वर्कर्स और ड्राइवर खाना, दवाई और अन्य जरुरत को सामान लेने मानवीय गलियारे से बाहर निकले थे, जहां उन्हें रूस ने पकड़ लिया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने तहस-नहस होते शहर को देखते हुए अनुमान लगाया कि मारियुपोल में 100,000 नागरिक अभी भी रह रहे हैं, जो युद्ध का सबसे खराब दृश्य है, क्योंकि रूस लगभग एक महीने से शहरों और कस्बों पर बमबारी कर रहा है। जेलेंस्की ने लोगों को वीडियो से किया संबोधित


जेलेंस्की ने मंगलवार की रात को अपने देश के नाम एक वीडियो जारी करते हुए रूस पर आरोप लगाया कि वह दूसरे देशों से आने वाली मदद में बाधा डाल रहे हैं। हम मारियुपोल निवासियों के लिए कॉरिडोर को स्टेबल करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सारे प्रयासों को रुस विफल कर दे रहा है। जेलेंस्की ने बताया कि मारियुपोल से 7,000 से ज्यादा लोगों को निकाला गया, जो बिना खाना, पानी के रह रहे थे। घेराबंदी में 2,300 लोग मारे गए

मारियुपोल के अधिकारियों ने 15 मार्च को अपडेट देते हुए बताया था कि घेराबंदी में कम से कम 2,300 लोग मारे गए थे। लेकिन शहर के डेटा के मुताबिक आंकड़ा ज्यादा निकलेगा, क्योंकि बहुत से शव ऐसे हैं जो कलेक्ट नहीं किये गए है। युद्ध से पहले मारियुपोल में 430,000 लोग रहते थे। आज़ोव सागर पर स्थित मारियुपोल यूक्रेन के लिए एक महत्वपूर्ण बंदरगाह है। यह रूस और क्रीमिया के बीच में स्थित है।

Posted By: Kanpur Desk